Bengaluru : कर्नाटक सरकार के मंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के पुत्र प्रियांक खरगे ने आज सोमवार को आरएसएस पर हल्ला बोला, आरोप लगाया कि आरएसएस दुनिया का सबसे गुप्त संगठन है. यह रजिस्टर्ड भी नहीं है. कोई पारदर्शिता भी नहीं है.
STORY | Cong minister demand for ban on RSS activities in Karnataka a publicity stunt, says Fadnavis
— Press Trust of India (@PTI_News) October 13, 2025
Maharashtra Chief Minister Devendra Fadnavis on Monday dismissed as a "publicity stunt" Karnataka minister Priyank Kharge's demand for a ban on RSS activities in government… pic.twitter.com/bzMGNBrC3P
खरगे ने पूछा कि आरएसएस को हर साल करोड़ों रुपये का फंड कहां से मिलता है. उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को पत्र लिखकर गुहार लगाई है कि राज्य के सभी सरकारी भवनों और संस्थानों में आरएसएस की गतिविधियां बैन की जायें. कहा कि आरएसएस की विचारधारा देश के संविधान और भारत की एकता के खिलाफ है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे की सरकारी संस्थानों और सार्वजनिक परिसरों में आरएसएस की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग को प्रचार का हथकंडा बताया है.
पत्रकारों के समक्ष प्रियांक खरगे ने सवाल खड़ा किया कि आरएसएस का 100 साल में देश के लिए क्या योगदान है? कहा कि आरएसएस प्रमुख (मोहन भागवत) इतना बड़ा सुरक्षा घेरा लेकर कैसे चलते है? आरएसएस अगर एनजीओ है तो उसका पंजीकरण कहां है. उसके पास 300-400 करोड़ रुपये कहां से आ रहे हैं?
कांग्रेस नेता ने भाजपा को आरएसएस की कठपुतली करार दिया. कहा कि आरएसएस नहीं रहेगा, तो भाजपा खत्म हो जायेगी. उन्होंने सफाई दी कि वे हिंदू धर्म के खिलाफ नहीं हैं. हम आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ हैं. खरगे ने कहा कि सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में आरएसएस की शाखाएं चल रही हैं. बच्चों के जेहन में जहरीली बातें भरी जा रही हैं.
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के पुत्र और कर्नाटक कांग्रेस के एमएलसी यतीन्द्र सिद्धारमैया ने भी आरएसएस पर हल्ला बोला है. आरोप लगाया कि आरएसएस और तालिबान की मानसिकता एक जैसी है. तालिबान इस्लाम के कट्टर और बुनियादी विचारों को ज़बरदस्ती लागू करना चाहता है, उसी तरह आरएसएस भी हिंदू धर्म की कट्टर विचारधारा को समाज पर थोपना चाहता है.
यतीन्द्र ने कहा कि तालिबान की सोच है कि एक धर्म (इस्लाम) एक ही विचारधारा से चल सकता है. तालिबान उसे लागू करने के लिए फरमान जारी करता है. वही सोच आरएसएस की है. वह मानना है कि हिंदू धर्म एक ही तरीके से चल सकता है.
सिद्धारमैया के पुत्र यतीन्द्र ने आरएसएस और उसकी गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग की, आरएसएस का रजिस्ट्रेशन कराये जाने की भी मांग की. यतीन्द्र ने काह कि रजिस्ट्रेशन नहीं होने का फायदा आरएसएस उठाता है. उसे नियमों और कानूनी औपचारिकताओं से छूट मिल जाती है.
अहम बात यह है कि यतीन्द्र का यह बयान ऐसे समय में सामने आया है, जब तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी भारत में हैं. यतीन्द्र के बयान पर संघ की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आयी. जबकि भाजपा पहले ही कह चुकी है कि कोई भी आरएसएस पर प्रतिबंध नहीं लगा सकता,
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