Lagatar Desk : झारखंड में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के दौरान अवागमन के लिए ई-पास को आवश्यक किया गया है. इसके पीछे सरकार की मंशा है कि लोग बेवजह घरों से बाहर नहीं निकलें. जिन्हे बहुत जरूरत हो वही घरों से ई-पास बनवा कर निकलें. जिससे कोरोना संक्रमण का चेन टूट सके. लेकिन 16 मई से जब ई-पास को लेकर सख्ती बढाई गई, तब बेबसाइट की परेशानी के कारण ई-पास जेनरेट करना लोगों के लिए टेढ़ी खीर बन गई थी. लोगो के बारबार प्रयास के बावजूद अधिकांश लोग ई-पास बनवाने में सफल नहीं हुए.
एक दिन में 4129 लोगों ने ई-पास बनवाया
सिमडेगा में 17 मई की शाम तक जिले में महज 3530 लोग ही ई पास बनवाने में कामयाब हो पाये थे. लेकिन 18 मई के दोपहर दो बजे तक सरकार ने ई-पास सिस्टम में सुधार की तो लोगों को इसका लाभ भी मिला. कल शाम तक सिमडेगा में एक दिन में 4129 लोगों ने ई-पास बनवाया.
409 पास इंटर स्टेट के बने
सिमडेगा में अभी तक कुल 7659 लोगों ने अपना ई-पास बनवा लिया है. जिसमें 409 पास इंटर स्टेट के बने, 1346 पास इंटर स्टेट के बने और 5904 पास इंट्रा डिस्ट्रिक्ट के बने हैं. तो अब ई-पास सुचारू रूप से बनने लगे हैं तो आज से पुलिस भी ई-पास को लेकर सख्त होगी. ई-पास के बिना निकलना भारी पडेगा.
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