Simdega : उपायुक्त सुशांत गौरव ने सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. उन्होंने मेडिसीन सेंटर पहुंचकर दवाइयों की उपलब्धता और आवश्यकताओं की जानकारी प्राप्त की. इसके बाद अनुमंडल पदाधिकारी महेंद्र कुमार और कार्यपालक दंडाधिकारी मो शहजाद परवेज को सदर अस्पताल अंतर्गत ओपीडी और दवाखाना का औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया.
ओपीडी और दवाखाना का औचक निरीक्षण किया
अनुमंडल पदाधिकारी और कार्यपालक दंडाधिकारी ने ओपीडी व दवाखाना का औचक निरीक्षण किया. एक कार्यालय कर्मी को मरीज बनाकर भेजा गया. डाॅक्टर के दिखाने के बाद वह पर्ची लेकर दवाखाना गया, जहां काउंटर पर उपस्थित कर्मी द्वारा सभी दवाएं बाहर की दुकान से लेने को कहा. जब दवाखाना की जांच की गई, तो लगभग सभी दवाएं वहां पाई गईं. इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा उपस्थित कर्मियों से पूछताछ की गई कि दवा की उपलब्धता होने के बावजूद मरीजों को दवा क्यों नहीं दी जाती है. काउंटर पर उपस्थित कर्मी द्वारा बताया गया कि डाॅक्टर द्वारा लिखी गई दवा को वह पढ़ नहीं पाते हैं, जिसके कारण दवाएं बाहर से लेने भेजते हैं.
अनुमंडल पदाधिकारी ने कर्मियों फटकार लगाई
इस पर अनुमंडल पदाधिकारी ने कर्मियों फटकार लगाई. साथ ही समझाया कि सभी दवाएं मौजूद होने के बावजूद दवाखाना से दवा नहीं देने के कारण सदर अस्पताल की बदनामी होती है. जांच समिति द्वारा औचक जांच प्रतिवेदन उपायुक्त को दिया गया, जिसमें दवाखाना में कार्यरत कर्मियों के साथ-साथ उपाधीक्षक सदर अस्पताल सिमडेगा पर भी कार्य में लापरवाही बताई गई है. उपायुक्त ने मेडिसीन सेंटर के कर्मी को तत्काल निलंबित कर दिया.