NewDelhi : दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रधानमंत्री मोदी की आज की ब्रॉडकास्टिंग पर सवाल उठाये हैं. जान लें कि प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को देश के जिलाधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग की. मीटिंग के बाद पीएम ने सभी को मैसेज दिया. मोदी का मैसेज टेलीविजन पर ब्रॉडकास्ट किया गया.
इसी ब्रॉडकास्टिंग पर सियासत शुरू हो गयी है. दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पूछा कि पिछली बैठक में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की स्पीच के लाइव टेलीकास्ट पर आपत्ति हो गयी थी. इस बार क्या पीएम के ब्रॉडकास्ट की इजाजत थी?
कैसे पता चलेगा, किस मीटिंग का LIVE हो सकता है?
इस क्रम में सिसोदिया ने कहा, कैसे पता चलेगा, किस मीटिंग का LIVE हो सकता है. बता दें कि पीएम मोदी की स्पीच के तुरंत बाद सिसोदिया ने ट्वीट किया. आज की मीटिंग में प्रधानमंत्रीजी का वक्तव्य टीवी पर लाइव प्रसारित हुआ. पिछली बैठक में केजरीवालजी के लाइव प्रसारण पर आपत्ति थी. कहा गया था कि प्रोटोकॉल तोड़ा गया है. आज के प्रोटोकॉल में लाइव ब्रॉडकास्ट की इजाजत थी? कैसे पता चलेगा कि कौन सी मीटिंग का लाइव टेलीकास्ट हो सकता है और किस मीटिंग का नहीं?
पिछली बैठक में LIVE प्रसारण पर मच गयी थी रार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 अप्रैल को मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना के बिगड़ते हालात को लेकर बैठक की थी. बैठक में 10 राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुएथे. बता दें कि जैसे ही दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल के बोलने की बारी आयी तो बैठक का लाइव टेलीकास्ट देश के टीवी चैनलों पर चलने लगा.
तो मैं फोन उठाकर किससे बात करूं?
केजरीवाल ने ऑक्सीजन सप्लाई का मुद्दा तल्ख लफ्जों में उठाया था और कहा था कि प्रधानमंत्री जी अगर दिल्ली में ऑक्सीजन की फैक्ट्री नहीं है तो क्या दो करोड़ लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिलेगी? अगर किसी अस्पताल में एक-दो घंटे की ऑक्सीजन बच जाये या ऑक्सीजन रुक जाये और लोगों की मौत की नौबत आ जाये तो मैं फोन उठाकर किससे बात करूं? कोई ट्रक रोक ले तो किससे बात करूं? आप बस ये बता दीजिए.
हालांकि, कुछ देर बाद प्रसारण अचानक सभी टेलीविजन चैनलों पर रुक गया और इसके बाद फिर केजरीवाल नजर आये. वे प्रधानमंत्री से कह रहे थे कि मेरा विश्वास है कि इस देश में अगर एक नेशनल प्लान होगा तो हम सभी राज्य सरकारें केंद्र के साथ मिलकर काम करेंगे.
बता दें कि पीएम मोदी ने यहां केजरीवाल को टोक दिया. कहा कि हमारी जो परंपरा है, हमारे जो प्रोटोकॉल हैं, उसके खिलाफ हो रहा है कि कोई मुख्यमंत्री ऐसी इनहाउस मीटिंग को लाइव टेलीकास्ट करे. यह उचित नहीं है, हमें हमेशा संयम का पालन करना चाहिए.