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3800 हस्तकरघा, हस्तशिल्प और खादी शिल्पियों का होगा कौशल विकास

  • मेगा हैंडलूम क्लस्टर योजना से 2000 हथकरघा बुनकरों को लाभान्वित करने का लक्ष्य
  • राज्य में खुलेंगे 8 हस्तशिल्प केंद्र, 840 हस्तशिल्पियों को मिलेगा प्रशिक्षण
  • 1000 खादी शिल्पियों को मिलेगा प्रशिक्षण, 75% अनुदान पर औजार
Ranchi: उद्योग विभाग ने राज्य में लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए हथकरघा, हस्तशिल्प और खादी शिल्पियों का कौशल विकास करने की योजना बनाई है. हस्तशिल्प संसाधन केंद्रों के जरिये 840 हस्तशिल्पियों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं मेघा हैंडलूम कलस्टर से 2000 हथकरघा बुनकरों को लाभान्वित किया जाएगा. खादी के विकास के लिए 1000 परंपरागत शिल्पियों को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसे भी पढ़ें-दुर्गा">https://lagatar.in/expansion-of-durga-soren-sena-committee-jayshree-as-president-and-rajshree-as-working-president/">दुर्गा

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हैंडलूम क्लस्टर से 6 जिलों को लाभ

गोड्डा में केंद्र सरकार के सहयोग से मेगा हैंडलूम क्लस्टर का निर्माण किया जा रहा है. इससे संथाल परगना के 6 जिलों के बुनकरों को लाभ मिलेगा. राष्ट्रीय हथकरघा विकास कार्यक्रम की योजना के तहत केंद्र इसमें 80 फीसदी और राज्य 20% वित्तीय योगदान करेगा. योजना के तहत भवन निर्माण, प्रिंटिंग यूनिट, डिजाइन स्टूडियो और मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स निर्माण का काम पूरा हो चुका है.फिलहाल मशीन इंस्टॉलेशन का काम चल रहा है. झारखंड में फिलहाल 120 प्राइमरी वीवर्स को-ऑपरेटिव सोसाइटी, 45 हथकरघा क्लस्टर और 133 हथकरघा ग्रुप चल रहे हैं. विभाग ने 2022-23 में 2000 बुनकरों को प्रशिक्षण के बाद उनको विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा है. https://lagatar.in/wp-content/uploads/2022/04/3-6.jpg"

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जल्द खुलेगा इंस्टीट्यूट ऑफ क्राफ्ट डिजाइन

राज्य के शिल्पियों को कौशल विकास के लिए उन्नत तकनीक का प्रशिक्षण हस्तशिल्प संसाधन केंद्र के माध्यम से दिया जाएगा. लगभग 840 हस्तशिल्पियों को प्रशिक्षण और लाभ देने का लक्ष्य रखा गया है. हस्तशिल्प कलाओं को आधुनिक स्वरूप देने के लिए एनआईडी अहमदाबाद के सहयोग से रांची में झारखंड इंस्टिट्यूट ऑफ क्राफ्ट डिजाइन की स्थापना के लिए रजिस्ट्रेशन भी हो चुका है. साथ ही 8 हस्तशिल्प केंद्र भी खोले जाएंगे. इसे भी पढ़ें-बिहार-झारखंड">https://lagatar.in/80-automatic-ticket-vending-machines-installed-at-24-railway-stations-of-bihar-jharkhand/">बिहार-झारखंड

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खादी बोर्ड और होगा मजबूत

खादी बोर्ड को और भी ज्यादा मजबूत करने की योजना बनाई गई है. इसके तहत बोर्ड को सुचारू रूप से चलाया जाएगा और आधारभूत संरचनाओं का विकास किया जाएगा. निर्धारित अवधि में खादी वस्त्रों की बिक्री पर अनुदान उपलब्ध कराने का भी प्रस्ताव तैयार किया गया है. 1000 परंपरागत शिल्पियों को प्रशिक्षण के साथ-साथ 75 फीसदी अनुदान पर औजार का भी वितरण किया जाएगा. वहीं खादी बोर्ड के पुराने इंपोरियम का भी जीर्णोद्धार किया जाएगा. [wpse_comments_template]

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