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लोगों को खींच रही तिलकुट की सौंधी महक, लुभा रहे शुगर फ्री और फ्लेवर्ड तिलकुट

Sonia jashmin Ranchi. नये साल का पहला त्योहार मकर संक्रांति के स्वागत में बाजारों में तिलकुट, लाई, गजक, रेवड़ी और रामदाना लड्डू से दुकानें सजी हुई  है. बाजारों में जगह-जगह पर दुकानें और टेंट लगाकर तिलकुट बनाया और बिक्री किया जा रहा है.

सावधानी के साथ की जा रही पैंकिंग

कोरोना के कारण लोगों में त्योहार को लेकर उत्साह में कोई कमी देखने को नहीं मिल रही है. किशोरगंज चौक के पास तिलकुट बेच रहे एक दुकानदार ने बताया कि इस बार सावधानी के साथ तिलकुटों की पैंकिंग की गयी है. कोरोना का प्रभाव होने के बावजूद तिलकुट, लाई और चूड़ा की जोरदार बिक्री हो रही है. [caption id="attachment_17644" align="aligncenter" width="662"]https://lagatar.in/wp-content/uploads/2021/01/WhatsApp-Image-2021-01-13-at-5.33.36-PM-1024x445.jpeg"

alt="" width="662" height="288" /> सावधानी से की गयी है तिलकुट की पैंकिंग[/caption]

संतरे से बना आरेंज तिलकुट बाजार में है उपलब्ध

थड़पखना स्थित “फेमस तिलकुट भंडार” दुकान में इस बार ऑरेंज फ्लेवर का भी तिलकुट मिल रहा है. दुकानदार ने बताया कि तिलकुट में ऑरेंज फ्लेवर के लिए असली संतरे का इस्तेमाल किया गया है. इसकी कीमत 700 रु प्रति किलो है. डायबिटीज रोगियों और सेहत के प्रति सजग लोगों के लिए खासतौर पर शुगर फ्री तिलकुट भी ऑर्डर लेकर बनाया जा रहा है. [caption id="attachment_17645" align="aligncenter" width="662"]https://lagatar.in/wp-content/uploads/2021/01/WhatsApp-Image-2021-01-13-at-5.33.34-PM-1024x768.jpeg"

alt="" width="662" height="497" /> तिलकुट से सजी दुकानें[/caption]  

इलाइची सहित अन्य फ्लेवरों के तिलकुट हो रही बिक्री

बाजारों में जगह-जगह पर टेंट लगातर और दुकान सजा कर तिलकुट बनाया जा रहा है. आमतौर पर तिलकुट तिल, गुड़ और चीनी से बनाया जाता है. लेकिन इस बार तरह-तरह के फ्लेवर से बने तिलकुट भी दुकानों देखने को मिल रहा है. इलायची वाले तिलकुट की कीमत 360 से 400 रुपये और सौंफ वाले तिलकुट की कीमत 400 रुपये किलो है. वहीं चीनी से बने तिलकुट की कीमत 240 रुपये प्रतिकिलो और गुड़ के तिलकुट की कीमत 260 रु. है. इसे भी पढ़े:रांची:">https://lagatar.in/ranchi-media-cup-to-start-from-january-17-title-match-on-27th/17630/">रांची:

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बाजार में मिल रही कोरोना थीम पर बनी पतंगें

पूरे बाजार में तिल की खुशबू फैली है. देश के संक्रांति पर पतंग उड़ाने की परंपरा है. खासतौर पर पश्चिमी भारत में पतंगों उड़ाने की प्रतियोगिताएं भी होती हैं. रांची के बाजार में इस बार कोरोना थीम पर बनी पतंगें बेची जा रही हैं.  पतंगों पर कहीं कोविड लिखा हुआ है, तो कहीं वैक्सीन और सैनीटाइजर बना हुआ है. इसे भी पढ़े:दिग्विजय">https://lagatar.in/digvijay-singh-called-godse-a-terrorist-then-mp-pragya-thakur-said-congress-has-always-abused-patriots/17632/">दिग्विजय

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alt="" width="712" height="465" /> कोरोना लिखी रंगबिरंगे पतंगों का बनाते कारीगर[/caption]

बच्चों के लिए भी दुकानों में सजी पतंगें

बच्चों की पसंद को ध्यान में रखते हुए दुकानदारों ने छोटा भीम,  मिकी माउस,  बुलेट ट्रेन, स्पाइडर मैन,  बैटमैन,  निंजा हथोड़ी, डोरेमोन के कार्टून वाली आकर्षक पतंगों से दुकानें सजायी हैं. लेकिन बिक्री कम है. दुकानदारों ने बताया कि इस बार पतंगों के लिए ग्राहक कम आ रहे हैं. इसे भी पढ़े:कोडरमा:">https://lagatar.in/koderma-two-arrested-in-raid-on-fake-liquor-factory-in-tilaiya-gangster-absconding/17626/">कोडरमा:

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