Sonua : सोनुवा गांव में लगा सोलर संचालित जलमीनार शुक्रवार दोपहर अचानक ढह गया. घटना के समय पानी भर रहे ग्रामीण महिलाएं जलमीनार की चपेट में आने से बाल-बाल बच गई. जानकारी के मुताबिक यह जलमीनार सोनापोस पंचायत के द्वारा 14वीं वित्त आयोग की राशि से वर्ष 2019 में बनाया गया था. तीन साल में जलमीनार के गिर जाने से ग्रामीण इसके निर्माण में भारी अनिमियता बरते जाने की आंशका जता रहे हैं.
इसे भी पढ़ें : चाईबासा : कई माह से खराब पड़ी है सदर अस्पताल की अल्ट्रासाउंड मशीन, मरीज परेशान
यह गांव का एक मात्र जलमीनार है
सोनुवा प्रखंड मुख्यालय से सटे सोनुवा गांव में यह एक मात्र सोलर जलमीनार हैं. जिसके उपर गांव के करीब ढाई सौ से ज्यादा परिवार पेयजल के लिए निर्भर हैं. जलमीनार की स्थिति देखते हुए ग्रामीण जलमीनार के पास स्थित चापाकल से पानी भरने से भी डर रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में एक कुआं के अलावा तीन चापाकल हैं. लेकिन, यह कुआं व चापाकल से पीने योग्य पानी नहीं निकलने के कारण वह पेयजल के लिए इस जलमीनार से पानी ले रहे थे. अब इसके ढह जाने से ग्रामीणों के सामने पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गयी हैं. ग्रामीणों ने जलमीनार की मरम्मति की मांग की मांग की है.
इसे भी पढ़ें : चाईबासा : कोल्हान विवि ने बनाया रिकॉर्ड, राज्य भर में सबसे ज्यादा विद्यार्थियों ने यूजी वन में किया आवेदन