Ranchi: मो कलाम अंसारी भी महापर्व छठ का शिदत्त से इंतजार करते हैं. यह इंतजार आज का नहीं वे 40 वर्ष से इसी समान करते आ रहे हैं. उनके बच्चे व परिवार भी महापर्व के आने का राह तकते हैं. बात ऐसी है कि आज से 40 साल पहले कलाम अंसारी हरमू बाजार में महापर्व के मौके पर सूप, डलिया, दौरा, टोकरी, आम की लकड़ी की दुकान लगाना शुरू किये. कलाम कहते हैं, जब इसकी शुरूआत की थी, उस समय महज 5 हजार रुपये की छोटी राशि से अपने कारोबार को महापर्व के मौके पर शुरू किया था. पर्व के मौके पर अच्छी कमाई हो जाती है.
कलाम ने कहा कि आज बाजार की रौनक बदल गई है. महंगाई का परच चढ़ गया है. अब 5, 10 हजार की सामग्री से दुकान भी पूरी सज नहीं पाती है. इस बार करीब ढेड़ लाख की राशि से हरमू बाजार में अपनी दुकान सजाया है. सूप, दौरा, टोकरी, खांचा, ग्राहकों के पसंद का ख्याल रखते हुए सभी कुछ देवघर से मंगवाया है. बहुत ही उत्तम व मजबूत किस्म के हैं. मेरी उम्दा क्वालिटी की वजह से दूर दराज के ग्राहक भी खरीदारी के लिये पहुंचते हैं. पिता कलाम अंसारी वृद्ध हो गये हैं. इसलिये उनका पुत्र जुबैर अंसारी भी उनकी मदद करते हैं. दुकान में उनके साथ रह कर हाथ बटांते हैं. पुत्र के इस कार्य से पिता भी बहुत खुश हैं.
छठ सामग्री दर
सूप- 60-80 रु
बड़ा दौरा- 430 रु
खांचा- 180 रु
छोटा दौरा- 300 रु
मीडियम दौरा- 120 रु
डलिया- 120-150 रु
आम की लकड़ी- 30 रु केजी
खांचा बड़ा- 200-250 रु
छठ सामग्री 40 साल पूर्व दर
सूप- 10 रु
आम की लकड़ी- 3 रु
खांचा- 50-70 रु
दौरा- 30-50 रु
टोकरी- 25-60 रु
डलिया- 20-50 रु
इसे भी पढ़ें – महाराष्ट्र : डीजीपी रश्मि शुक्ला पर गाज गिरी, कांग्रेस की शिकायत पर EC ने ट्रांसफर कर दिया
Leave a Reply