Sanjeet Yadav
Palamu : पलामू जिले में भाकपा माओवादियों का खूंटा डोल गया है. संगठन कमजोर पड़ गया है. संगठन चलाने के लिए अब गिने-चुने माओवादी नेता और लड़ाकू कमांडर बच गए है. लगातार पुलिस द्वारा चलाये जा रहे अभियान की वजह से माओवादी कमजोर हो रहा है. पिछले दिनों चतरा में हुए मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 5 टॉप माओवादी कमांडरों को मार गिराया था. वहीं एक टॉप कमांडर पलामू पुलिस की गिरफ्त में आ गया. अब संगठन में गिने-चुने सदस्य ही रह गए हैं. फिलहाल चतरा मुठभेड़ के बाद माओवादी मनोहर गंझू, इंदल गंझू, अरविंद मुखिया, सुनील विवेक के नेतृत्व में करीब 10 की संख्या में माओवादी सक्रिय हैं. फिलहाल माओवादी टॉप कमांडर मनोहर गंझू टुकड़ी का नेतृत्व कर रहा है.
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और तेज होगा अभियान : ऋषभ गर्ग
ऋषभ गर्गसूत्रों की मानें तो मनोहर गंझू समेत कुछ टॉप माओवादी इलाके में संगठन को मजबूत करने में जुटे हैं. संगठन से जुड़ने के लिए युवाओं को प्रलोभन दिया जा रहा है. वहीं लेवी वसूली के लिए आमलोगों को भी संगठन में जोड़ने में जुटा है. माओवादियों द्वारा युवाओं को रिझाने की सूचना को लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट है. पलामू के एसपी अभियान सह एसडीपीओ ऋषभ गर्ग लगातार कई इलाके में खुद सर्च अभियान चला रहे हैं. शुभम संदेश हिंदी दैनिक और लगातार डॉट इन से बात करते हुए कहा कि नक्सली हथियार डाल दें, नहीं तो कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें. पुलिस अभियान और तेज किया जाएगा. झारखंड सरकार द्वारा चलाये जा रहे आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाएं और मुख्य धारा में लौट आएं. नहीं मानने वालों का हश्र गौतम पासवान जैसा हो सकता है. उन्होंने कहा कि यह मेरी सलाह या चेतावनी समझें. माओवादियों की हर गतिविधि पर पुलिस की पैनी नजर है. किसी कारण से हथियार उठाये हैं तो सरेंडर कर मुख्यधारा में लौट आएं, पुलिस पूरा सहयोग करेगी.
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