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ईद मिलाद उन नबी को लेकर स्पेशल ब्रांच ने दिए निर्देश, विधि व्यवस्था को लेकर DGP करेंगे बैठक

Ranchi :  ईद मिलाद-उन-नबी के मद्देनजर झारखंड पुलिस की विशेष शाखा ने राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों (DC), वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (SSP) और पुलिस अधीक्षकों (SP) को सतर्क रहने और सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने के निर्देश जारी किए हैं. 


वहीं दूसरी तरफ राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) अनुराग गुप्ता इस पर्व पर किसी प्रकार की विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न ना हो, इसको लेकर आज 2 सितंबर को जिले के सभी एसपी और एसएसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक करेंगे.

 

इस बैठक में मिलाद-उन-नबी पर्व के दौरान कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश दिए जाएंगे. 

 

स्पेशल ब्रांच ने जारी किए कई दिशा निर्देश

- कार्यक्रम की जानकारी रखें : प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि ईद मिलाद कब मनाया जाएगा, कार्यक्रम कब से कब तक चलेंगे और कितने लोग भाग लेंगे.


- जुलूस मार्ग पर विशेष नजर रखें : जिन इलाकों से जुलूस निकलने की संभावना है, वहां आयोजक समूहों का नाम, पता व मोबाइल नंबर जुटाने के निर्देश दिए गए हैं. 

 

- संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान करें : जुलूस मार्गों की पहचान कर वहां विशेष निगरानी रखी जाए. असामाजिक तत्वों की सूची बनाकर उन पर नजर रखें, जो धर्म की आड़ में माहौल बिगाड़ सकते हैं.

 

- सोशल मीडिया पर सख्ती करें : व्हाट्सएप ग्रुप सहित सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नजर रखी जाए, ताकि भड़काऊ संदेशों को फैलने से रोका जा सके.


- वीआईपी मूवमेंट की जानकारी रखें  :  अगर जुलूस में कोई महत्वपूर्ण व्यक्ति शामिल होने वाला है, तो उसकी जानकारी भी इकट्ठा करें.

 

शांति समिति की बैठक कर संभावित विवादों को हल करें 

- सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्रों में शांति समिति की बैठक कर संभावित विवादों को हल करें.

 

- हिंदू-मुस्लिम संगठनों के सम्मानित प्रतिनिधियों के संपर्क में रहें और उनसे समन्वय स्थापित करें.

 

- धार्मिक नेताओं से संवाद कर जुलूस के समय और रूट की जानकारी लेकर आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था करें.

 

- मीडिया से समन्वय बनाकर खबरों को निष्पक्ष और संवेदनशीलता से प्रकाशित करने का आग्रह किया जाए. 

 

कानून-व्यवस्था के लिए विशेष कदम

- पर्व के दिन शराबबंदी लागू रहे. अवैध शराब, प्रतिबंधित मांस की बिक्री और जुए के ठिकानों पर कानूनी कार्रवाई करें.

 

-  जुलूस के रास्तों पर सघन गश्ती की व्यवस्था की जाए. लाउडस्पीकर और डीजे पर बजाये जाने वाले उत्तेजक व भड़काऊ गानों पर निगरानी रखें. 

 

पिछली घटनाओं से सबक लेने के निर्देश

बोकारो (2021) : मवेशी को लेकर दो समुदायों के बीच तनाव हुआ था.

 

साहिबगंज (2019) : पटाखा फोड़ने को लेकर आगजनी और तलवारबाजी हुई थी.

 

हजारीबाग (2019) : पर्व के दौरान पत्थरबाजी की घटना हुई थी.

 

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