- रेल मंडल की महिलाओं ने दिखाया ट्रेन चलाने का जौहर
- स्टेशन के कामकाज से लेकर पुलिस थानों तक की जिम्मेदारी संभाली
फीसदी घरों में शौचालय नहीं, 50% से ज्यादा लोग करते हैं खुले में शौच, फिर भी ODF है झारखंड रेल मंडल की ओर से महिलाओं को न केवल रेल चलाने बल्कि रांची स्टेशन के अन्य कार्यों के साथ-साथ पुलिस ड्यूटी निभाने का भी दायित्व दिया गया. इस कार्य में 89 महिला कर्मी अपने कार्य को संभाल रही है. रेलवे परिचालन के क्षेत्र में 11 महिलाओं ने अपने काम को अंजाम दिया. इधर स्टेशन में स्टेशन मास्टर चांद कुमारी कच्छप के नेतृत्व में पूरे स्टेशन के कार्यों का दायित्व संभाला. इसके अलावा नारी शक्तियों ने रांची स्टेशन के सामान्य बुकिंग काउंटर, रिजर्वेशन बुकिंग काउंटर, वेटिंग हॉल, रिटायरिंग रूम डॉरमेट्री और स्वास्थ्य सेवाओं में भी अपना योगदान दे रही है.
सामान्य बुकिंग काउंटर और रिजर्वेशन बुकिंग काउंटर पर 5 महिलाएं
रांची स्टेशन पर मौजूद एडीआरएम एमएम पंडित ने कहा कि रेल मंडल में महिला शक्ति निरंतर बढ़ रही है. इस बार न केवल ट्रेन परिचालन बल्कि स्टेशन प्रबंधन की जिम्मेदारी महिलाएं संभाल रही हैं. रेलमंडल के पीआरओ नीरज कुमार ने बताया कि पूरे रांची स्टेशन में इस बार 89 महिला कर्मी योगदान दे रही हैं. उनका योगदान उल्लेखनीय है. आने वाले दिनों में रेल मंडल के अंदर नारी शक्ति में वृद्धि होगी.महिला कर्मियों ने जाहिर की खुशी
इस मौके पर महिला रेलकर्मियों ने कहा कि इस दिन का साल भर से इंतजार था. यह एक ऐसा मौका है, जब हम सभी महिलाएं मिलकर रांची टोरी मार्ग पर पूरी कुशलता के साथ अपने कार्य को निभा कर गौरवान्वित महसूस करती हूं. मैं तो तीसरी बार जा रही हूं. कुछ साथी नई हैं.alt="" width="960" height="1280" /> - दीपाली अमृत, लोको पायलट ट्रेन में सहायक लोको पायलट का काम तो पहले से करती आ रही हूं. लेकिन किसी खास दिन और खास मौके पर यह काम करना बहुत ही अच्छा लग रहा है. ऐसा लगता है कि हम महिलाएं सभी काम कर सकती हैं. आने वाले समय में स्थिति और बदलेगी.
alt="" width="960" height="1280" /> -शोभा खलखो, सहायक लोको पायलट

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