Ranchi : केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध देशभर में हो रहा है. सोमवार को प्रस्तावित भारत बंद को देखते हुए एसएसपी सुरेन्द्र कुमार झा ने जिले के सभी डीएसपी और थाना प्रभारियों के साथ मीटिंग कर आवश्यक निर्देश दिये. एसएसपी ने कहा कि उपद्रवी पर कड़ी नजर रखें और किसी भी प्रकार का उपद्रव मचाने पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें. एसएसपी ने कहा कि किसी भी कीमत पर उपद्रव मचाने वाले को नहीं बख्शा जाएगा. उनके ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
बंद का किया गया आह्वान
बता दें कि 20 जून को भारत बंद का आह्वान किया गया है. यह बंद कई सवालों को लेकर है, लेकिन मुख्य सवाल नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा सेना बहाली संबंधित लांच की गई अग्निपथ योजना को लेकर है. विपक्षी दलों का आरोप है कि यह योजना युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है. फिजिकल और मेडिकल क्लियर कर चुके युवाओं की भर्तियां रद्द करना केंद्र सरकार की गलत मंशा को भी दर्शाता है. विपक्षी पार्टियों ने लोगों से इस बंद में शामिल होने की अपील की है.
सरकार की इस योजना का विरोध
सरकार की अग्निपथ योजना का भारी विरोध किया जा रहा है. युवाओं ने कहा कि सरकार के इस फैसले से उनकी उम्मीदें खत्म हो गई है, क्योंकि युवा उत्साह के साथ सेना भर्ती की तैयारी में जुटे थे, ताकि सेना में भर्ती होकर वे लोग देश सेवा कर सके. उनको स्थायी नौकरी मिल सके.
क्या है अग्निपथ योजना
भारतीय सेना में पहली बार ऐसी कोई स्कीम लॉन्च की गई है, जिसमें शॉर्ट टर्म के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी. इस योजना के तहत हर साल करीब 40-45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा. ये युवा साढ़े 17 साल से 21 साल की उम्र के बीच के होंगे. ये भर्तियां मेरिट और मेडिकल टेस्ट के आधार पर की जाएंगी. इन चार वर्षों में सैनिकों को 6 महीने की बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग दी जाएगी. 30-40 हजार मासिक वेतन के साथ अन्य लाभ भी दिए जाएंगे. पहले साल में 30 हजार, दूसरे साल में 33 हजार, तीसरे साल में 36500 और चौथे साल में 40 हजार मासिक वेतन दिया जाएगा. चार साल पूरे होने के बाद इन सभी अग्निवीरों की सेवा समाप्त हो जाएगी और फिर नई भर्तियां की जाएंगी. सेवा समाप्त होने वाले 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी कैडर में भर्ती किया जाएगा.