Lagatar Desk
मौनी अमावस्या से पहले मंगलवार की देर रात प्रयागराज के कुंभ में अचानक भगदड़ मच गई. इस भगदड़ में करीब 10 लोगों की मौत हो गई है, जबकि दर्जनों श्रद्धालु घायल हो गए हैं. घायलों को प्रयागराज के मोती लाल नेहरू अस्पताल समेत दूसरे अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. घटना के बाद अमृत स्नान को पहले रद्द कर दिया गया था. बाद में अखाड़ों की तरफ से बताया गया कि सिर्फ सुबह का स्नान रद्द किया गया है.
घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए प्रशासन ने ग्रीन कोरिडोर तैयार किया है. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक भगदड़ के तुरंत बाद 50 से अधिक एंबुलेंस को घायलों को अस्पताल पहुंचाने में लगाया गया. खबर है कि प्रयागराज व इसके आसपास के इलाकों के अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
अलग-अलग न्यूज एजेंसियों के मुताबिक बैरिकेड टूटने को लेकर हुई भगदड़ में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है. घायलों में कई की स्थिति गंभीर बनी हुई है. मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है. परिजनों में चीख-पुकार मचा हुआ है.
सरकार की तरफ से अभी तक यह नहीं बताया गया है कि इस भगदड़ में कुल कितने लोगों की मौत हुई है और कुल कितने लोग घायल है. लेकिन प्रयागराज के अस्पतालों में घायलों की भीड़ काफी बतायी जा रही है.
इस बीच कुंभ के सभी अखड़ों ने मौनी अमावस्या पर होने वाले अमृत स्नान को रद्द कर दिया है. घायलों को एंबुलेंस से प्रयागराज के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. जिनका इलाज जारी है. प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने में लगी हुई है.
भगड़ की वजह का अभी तक पता नहीं चल पया है. प्रशासन ने अभी तक किसी तरह का आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. कुंभ स्नान करने के लिए पहुंचे बहुत सारे लोग अपने परिवार के सदस्यों की तालाश कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की. उन्होंने घायलों के इलाज में हर तरह से मदद करने की बात मुख्यमंत्री से की है. प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री को निर्देश दिया है कि घायलों के इलाज में किसी तरह की कोताही ना बरती जाए.
जानकारी के मुताबिक प्रशासन को इस बात की उम्मीद थी कि अमृत स्नान के लिए करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचेंगे. उसी आधार पर सारी व्यवस्था की गई थी, इसके बाद भी भगदड़ मची, जिसमें लोगों की जानें गई. भगदड़ की वजह का अभी तक पता नहीं चल सका है.