Bermo : राज्य के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता तथा उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के मंत्री जगरनाथ महतो ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बोकारो और धनबाद जिला में मगही और भोजपुरी भाषा को हटाने की मांग की है. दरअसल झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित विभिन्न पदों की प्रतियोगिता परीक्षाओं के पत्र-2 में जिलावार क्षेत्रीय/जनजातीय भाषाओं को चिन्हित किया गया है, उसमें धनबाद और बोकारो जिला के लिए क्षेत्रीय भाषा के रूप में भोजपुरी, मगही भाषा को भी शामिल कर दिया गया है. धनबाद एवं बोकारो जिले के लोग मांग कर रहे हैं कि कि भोजपुरी एवं मगही भाषा को क्षेत्रीय भाषा के रूप में न रखा जाए. [caption id="attachment_215295" align="alignnone" width="249"]

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मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र की प्रतिलिपि[/caption] इन जिलों के स्थानीय लोगों ने जगह-जगह आंदोलन करने की चेतावनी दी है. लिहाजा दोनों जिलों के आम लोगों की मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए शिक्षा मंत्री ने ऐसी ही मांग मुख्यमंत्री से की है. यह भी पढ़ें :
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