Ranchi: राज्य में राजनीतिक ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है. इसपर आजसू प्रमुख सुदेश कुमार महतो ने हेमंत सरकार की क्रियाकलाप पर गंभीर सवाल उठाये हैं. सुदेश कुमार महतो ने कहा, सरकार आरोपों से घिरने के बाद नाकामियां छुपाने और जनता को भरमाने के लिए राजनीतिक प्रहसन में जुटी है. राज्य के मूल विषयों और जनमुद्दों पर सीधी बात और चुनावी वादे पूरे करने की बजाय सरकार अपना एजेंडा सेट करने की कोशिशों में जुटी है.
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राज्य के संसाधनों को व्यक्तिगत संपत्ति बनाने के लिए जनता ने जनादेश नहीं दिया
सुदेश महतो ने कहा, राज्य के संसाधनों को व्यक्तिगत संपत्ति बनाने के लिए झारखंड की जनता ने जनादेश नहीं दिया था. झूठ और लूट की बूनियाद पर चल रही सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए कि जनता सारे वादों का हिसाब करेगी. जबकि एक जिम्मेदार विपक्षी पार्टी होने के नाते आजसू पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता जनगोलबंदी के साथ सरकार की कारगुजारियों और नाकामियों को उजागर करेंगे.
सीएम ऑफिस ऑफ प्रॉफिट में फंसे हैं
सुदेश ने कहा कि सरकार के मुखिया ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में फंसे हैं. न्यायिक प्रक्रिया का सामना करने के बदले इस तरह का माहौल बनाया जा रहा है, मानो लोग हकीकत नहीं जान रहे. राज्य सरकार के 32 महीने का कार्यकाल दिशाविहीन रहा है. राज्य की दिशा और दशा क्या है, आम आदमी समझ रहा है. सरकार के पास न कोई विजन है और ना कोई रोड मैप. राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में कई तरह की समस्याएं लगातार भयावह होती जा रही हैं.
राज्य का बड़ा हिस्सा सुखाड़ का सामना कर रहा है. जातीय जनगणना को लेकर हम लगातार सरकार का ध्यान आकृष्ट करा रहे हैं, लेकिन उसके लिए मुद्दे नहीं हैं. पिछड़ा आरक्षण, बेरोजगारों को प्रोत्साहन भत्ता, स्थानीय नीति, नियोजन नीति, नौकरी रोजगार जैसे सवाल हाशिए पर छोड़ दिये गए हैं.