Ranchi : केंद्र सरकार की मजदूर-किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ राज्य स्तरीय कन्वेंशन रविवार को सीएमपीडीआई के मयूरी हॉल में संपन्न हो गया. कन्वेंशन में सीटू, एटक, इंटक, एचएमएस, एक्टू, एआईयुटीयूसी, टीयूसीसी, यूटीयूसी समेत विभिन्न श्रमिक संगठन संयुक्त रूप से शामिल हुए. कार्यक्रम की अध्यक्षता पीके गांगुली, मिथिलेश सिंह, लीलाधर सिंह ने संयुक्त रूप से की. कन्वेंशन का उद्घाटन शुभेन्दु सेन ने किया, जबकि कन्वेंशन का घोषणा पत्र सीटू के राज्य महासचिव विश्वजीत देव ने पेश किया.
‘मजदूरों की दयनीय स्थिति के लिए केंद्र जिम्मेवार’
कन्वेंशन को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि आज जनता के साथ-साथ हमारे देश की स्थिति काफी चिंताजनक एवं गंभीर है. जिसके लिए केन्द्र की भाजपानीत मोदी सरकार की नीतियां जिम्मेदार है. जो न केवल मजदूर विरोधी, किसान विरोधी और जनविरोधी है, बल्कि राष्ट्र विरोधी भी है. ये नीतियां न केवल हमारी अर्थव्यवस्था, बल्कि हमारे देश की एकता और अखंडता के लिए भी विनाशकारी साबित हुई है. देश में बेरोजगारी प्रचंड रूप ले चुकी है. स्थायी नौकरी की जगह अनुबंध, ठेका और आउटसोर्सिंग लाया जा रहा है, जहां मजदूरों का शोषण जारी है. नौकरी की सुरक्षा नहीं है. महंगाई से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. मौजूदा श्रम कानूनों को कमजोर कर कॉरपोरेट परस्त मालिक पक्षीय चार लेबर कोड लाया गया है. केंद्र सरकार बड़ी तेजी से देश की राष्ट्रीय संपत्ति, सार्वजनिक उपक्रमों, वित्तीय संस्थानों का निजीकरण कर रही है. राष्ट्रीय मौद्रिक पाइपलाइन के माध्यम से राष्ट्रीय संपत्तियों को कॉरपोरेट घरानों को औने पौने दामों में बेचा जा रहा है. पूंजीपतियों के टैक्स माफ किए जा रहे हैं और लाखों करोड़ों का कर्जा माफ किया जा रहा है. गरीबों और मजदूरों पर लगातार बोझ डाला जा रहा है. इसके खिलाफ और श्रम कानूनों में दिए गए अधिकारों की रक्षा, रिक्त पदों पर बहाली सहित अन्य मांगों को लेकर हमें मजदूरों को लामबंद कर सड़कों पर उतारने का काम करना होगा. हमें मजदूरों को सांप्रदायिक आधार पर विभाजित करने वाली ताकतों से भी सचेत रहने के लिए अभियान चलाना होगा.
9 अगस्त को धनबाद और 10 अगस्त को रांची में मजदूर कर्मचारियों का महापड़ाव
कन्वेंशन में कई प्रस्ताव पारित किए गए, जिसमें ट्रेड यूनियनों के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर उनकी मांगों के समर्थन में भारत जोड़ो दिवस पर 9 अगस्त को धनबाद और 10 अगस्त को रांची में मजदूर कर्मचारियों का महापड़ाव का आयोजन किया जाएगा. जिसमें राज्यभर से हजारों मजदूर शामिल होंगे. जिसके लिए जून महीने में बोकारो, जमशेदपुर, धनबाद, रामगढ़, कोडरमा, दुमका एवं डालटेनगंज में क्षेत्रीय कन्वेंशन का आयोजन करने और जुलाई माह में पदयात्रा, जीप जत्थे, बाइक रैली, नुक्कड़ सभा के माध्यम से प्रचार-प्रसार और जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा.
राज्य स्तरीय कन्वेंशन को एटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेन्द्र कुमार, सीटू के राष्ट्रीय सचिव डीडी रामानंद, राज्य उपाध्यक्ष प्रकाश विप्लव, विद्यासागर गिरी, महेश कुमार सिंह, रमेश कुमार सिंह, बैजनाथ मिस्त्री, सोनिया देवी, भवन सिंह, आरपी सिंह, संजय पासवान, अनिर्बान बोस, गिरीश चौहान, भुनेश्वर केवट, रामश्रय सिंह समेत विभिन्न ट्रेड यूनियन नेताओं ने संबोधित किया.
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