Search

हेमंत सोरेन ने राज्य के पहले ट्रांसपोर्ट नगर का किया उद्घाटन

Ranchi: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड गठन के बाद पहली बार राज्य के बहुप्रतीक्षित ट्रांसपोर्ट नगर की बड़ी सौगात दी. मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कांके सुकुरहुटू रिंग रोड के निकट 113.24 करोड़ और 40.68 एकड़ भूमि में निर्मित ट्रांसपोर्ट नगर फेज वन का उद्घाटन रिंग रोड आईटीबीपी कैंप सुुकुरहुटू में किया. इसके शुरू हो जाने से अब शहर में बड़े एवं छोटे माल वाहक वाहनों का प्रवेश नहीं होगा और जाम की स्थिति उत्पन्न नहीं होगी. रिंग रोड से आकर यहां ठहराव होगा और फिर रिंग रोड के सहारे सभी वाहन अपने गंतव्य स्थान की ओर निकल जाएंगे. नया ट्रासंपोर्ट नगर अपनी तय अवधि 24 माह में बन कर तैयार हो गया. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अगले 18 महीने में तैयार होने वाले ट्रांसपोर्ट नगर फेज दो की भी भूमि पूजन के साथ आधारशिला रखी. जिसकी कुल लागत 57.82 करोड़ रुपए है. यह कुल 9.12 एकड़ भूमि पर बनेगा. इस मौके पर नगर विकास एवं भवन निर्माण विभाग के मंत्री हफीजुल हसन, सांसद डॉ. महुआ माजी, विभागीय सचिव सुनील कुमार सहित कई लोग उपस्थित थे.

मेन रोड की तरह सुकुरहुटू का भी विकास होगा

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रांसपोर्ट विकास की एक कड़ी है. आने वाले दिनों में यहां और कई चीजें होगी. कई और आयाम जुड़ेंगे. अब झारखंड में ट्रांसपोर्ट से जुड़े लोगों का ये स्थाई ठिकाना हो गया. कई बड़े वाहन संकरी सड़कों पर जाते हैं. जिससे जाम की समस्या होती है. दुघर्टानाएं होती हैं. अब न आम लोगों को दिक्कत होगी न ट्रांसपोर्ट क्षेत्र के लोगों को दिक्क्त होगी. बहुत जल्द हम प्रयास करेंगे कि जैसे कचहरी और मेन रोड को देखते हैं, उसी तरह से सुकुरहुटू का भी विकास हो जाए. शहर के विस्तार के लिए यह ट्रांसपोर्ट नगर मील का पत्थर साबित होगा. यहां से छोटी-छोटी गाड़ियों में सामान लादकर शहर के अंदर लाद कर ले जाया जाएगा. मैंने यह अनुभव किया है कि अक्सर दूसरे राज्यों से जो ट्रक आते है, वो शहर में रास्ता भटक जाते हैं. मगर ये स्थान न रांची के लोग भूलेंगे न ट्रांसपोर्ट क्षेत्र के लोग. इस क्षेत्र में रहने वाले सभी नागरिकों और ट्रांसपोर्ट क्षेत्र के लोगों को बहुत-बहुत बधाई और जोहार करते हैं.

ट्रांसपोर्ट नगर की विशेषता

-पूरे ट्रांसपोर्ट नगर में कहीं भी सीमेंट का इस्तेमाल नहीं किया गया है. -पत्थर की इको फ्रेंडली गैबियन वाॅल से ट्रांसपोर्ट नगर बनाया गया है. -जुडको की देखरेख में हैदराबाद की एजेंसी केएमवी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने ट्रांसपोर्ट नगर में एकीकृत भवन व दो वेयर हाउस का निर्माण किया है. -तीन तल्लों में छोटे से लेकर बड़े वाहनों की पार्किंग के लिए तीन स्तर का प्लेटफॉर्म तैयार किया गया है. -जी प्लस 3 एकीकृत भवन में 16 ऑफिस बनाये गये हैं. बाहर से आने वाले वाहनों के माल की अनलोडिंग के लिए दो लेवल का वेयर हाउस है. -लेवल एक 6176 वर्गमीटर व लेवल दो 3900 वर्गमीटर का है. ट्रांसपोर्ट नगर में ड्राइवर व खलासी के आराम करने के लिए 180 बेड की डॉरमेट्री और 150 लोगों के बैठने के लिए फूड कोर्ट भी है. - प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, दो वे ब्रिज, सर्विस स्टेशन, प्रवेश द्वार, सीसीटीवी, वाई-फाई, लैंड स्केपिंग व मनोरंजन के लिए स्थान उपलब्ध कराया कराया गया है. -ट्रांसपोर्ट नगर में बड़े-छोटे कुल 424 वाहनों को खड़ा करने का प्रावधान किया गया है. -लेवल एक प्लेटफाॅर्म पर 93 एक्स्ट्रा लार्ज (22 मीटर लंबा), 11 लार्ज टेलर (18 मीटर लंबा) और 27 स्माॅल (16 मीटर लंबा) वाहन खड़ा किये जा सकेंगे. -लेवल दो प्लेटफाॅर्म पर 179 लार्ज और 50 स्माॅल वाहन खड़े किये जाएंगे. वहीं, लेवल तीन के प्लेटफाॅर्म पर 64 छोटे वाहन खड़े किये जा सकेंगे. -बाहर से आनेवाले वाहनों के चालक वेयर हाउस में माल उतार कर मुक्त हो जाएंगे. वहां से ट्रांसपोर्टर छोटे वाहनों के माध्यम से माल जगह तक पहुंचाएंगे. -ट्रांसपोर्ट नगर तैयार होने के बाद भारी वाहनों को शहर में प्रवेश करने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा. -राजधानी के मुख्य मार्गों को दरकिनार करते हुए भारी वाहन रिंग रोड का इस्तेमाल कर ट्रांसपोर्ट नगर तक पहुंच जाएंगे. ट्रांसपोर्ट नगर बनने से शहर में यातायात का भार कम होगा. वहीं, व्यापारियों के लिए भी मददगार होगा. -ट्रांसपोर्ट नगर में जमशेदपुर (राष्ट्रीय राजमार्ग-33), हजारीबाग (एनएच-33), मेदिनीनगर (एनएच-75), गुमला (एनएच-23) और पुरुलिया (राज्य राजमार्ग-01) से रांची आनेवाले वाहन खड़े किये जाएंगे. -रांची शहर के दक्षिण-पूर्व रेलवे से अच्छी तरह जुड़ा होना भी ट्रांसपोर्ट नगर के लिए लाभकारी होगा.

दूसरे फेज की रहेगी यह विशेषता

-ट्रांसपोर्ट नगर फेज टू में नौ एकड़ भूमि पर 55.52 करोड़ रुपए की लागत से निर्माण किया जाएगा. -इस फेज में 256 वाहनों को खड़ा करने के लिए प्लेटफॉर्म व जलमीनार का निर्माण होगा. -इसके अलावा डॉरमेट्री में बेड की संख्या भी बढ़ायी जाएगी. -फिलहाल, ट्रांसपोर्ट नगर में 180 बेड की डॉरमेट्री है. इसे बढ़ा कर 600 बेड का किया जाएगा. -योजना के लिए 55.82 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. वर्ष 2025 में फेज टू पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसे भी पढ़ें - ">https://lagatar.in/supreme-court-issues-guidelines-regarding-caste-based-discrimination-against-prisoners-in-jails/">

 जेलों में कैदियों के साथ जाति आधारित भेदभाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दिशा-निर्देश जारी किये
[wpse_comments_template]
Follow us on WhatsApp