Ranchi : राज्य सरकार ने शहरी आजीविका को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है. इसके तहत राज्य के 10 नगर निकायों की शहरी आजीविका कार्ययोजना तैयार की जाएगी.
नगर विकास विभाग ने इस योजना के लिए तैयारी शुरू कर दी है और एजेंसी की तलाश शुरू कर दी गई है.
इस योजना का मुख्य उद्देश्य शहरी आजीविका को बढ़ावा देना और शहरों में रहने वाले लोगों के लिए बेहतर रोजगार के अवसर प्रदान करना है.
इसके लिए राज्य सरकार विभिन्न स्तरों पर कार्य कर रही है और शहरी निकायों को भी इसमें शामिल किया जा रहा है.
कौशल विकास और उद्यमिता को बढ़ावा
इस योजना के तहत रांची, धनबाद, जमशेदपुर, चास, हज़ारीबाग, आदित्यपुर, मानगो, मेदिनीनगर, देवघर और गिरिडीह के नगर निकाय में सामाजिक-आर्थिक स्थितियों, आजीविका परिसंपत्तियों और अवसरों का आकलन किया जाएगा.
साथ ही मौजूदा कौशल अवसंरचना की मैपिंग भी की जाएगी. शहर-स्तरीय आजीविका रणनीतियों और कार्यान्वयन रूपरेखाओं तैयार करने के साथ सरकारी योजनाओं के अभिसरण के माध्यम से उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाएगा.
आजीविका संसाधनों की मैपिंग
कार्ययोजना के तहत शहरी निकायों के आजीविका संसाधनों की मैपिंग की जाएगी. मौजूदा आर्थिक गतिविधियों, कौशल केंद्रों, नौकरी के अवसरों और सहायक बुनियादी ढाँचे की पहचान की जाएगी. साथ ही कौशल और रोजगार के रूझान का भी आकलन किया जाएगा.
सर्वेक्षण और मूल्यांकन
शहरी निकायों की आधारभूत संरचना का सर्वेक्षण किया जाएगा. परिवार-स्तरीय सामाजिक-आर्थिक प्रोफाइलिंग की जाएगी. अनौपचारिक श्रमिकों और कमजोर समूहों की पहचान की जाएगी. स्वयं सहायता समूहों और सूक्ष्म-उद्यमों का मूल्यांकन किया जाएगा.
कार्यशालाएं और प्रशिक्षण
यूएलबी अधिकारियों, सामुदायिक संगठनों, कौशल भागीदारों, वित्तीय संस्थानों आदि के साथ राज्य-स्तरीय कार्यशालाएं भी आयोजित की जाएंगी. इन कार्यशालाओं में शहरी आजीविका को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न रणनीतियों और कार्यान्वयन रूपरेखाओं पर चर्चा की जाएगी.
10 नगर निकायों की जनसंख्या
रांची- 1073427
धनबाद- 1162472
जमशेदपुर(एनएसी)- 677350
आदित्यपुर-174355
मानगो- 223805
चास- 156888
हजारीबाग- 197466
गिरिडीह-181632
देवघर- 203123
मेदिनीनगर- 158941