Ranchi : झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद और IISER पुणे ने मिलकर स्टेम एजुकेशन (STEM) का तीसरा चरण पूरा किया. यह प्रशिक्षण 8 से 10 सितंबर तक चला, जिसमें रांची, रामगढ़, पश्चिमी सिंहभूम और पलामू के विज्ञान व गणित के शिक्षकों ने हिस्सा लिया.
इस कार्यक्रम का मकसद है बच्चों में विज्ञान और गणित के प्रति रुचि बढ़ाना. इसके लिए शिक्षकों को सिखाया गया कि कैसे वे रोजमर्रा की जिंदगी और प्रयोगों के जरिए पढ़ाई को आसान और मजेदार बना सकते हैं.
तीन दिन चले इस प्रशिक्षण में शिक्षकों को बताया गया कि सिर्फ रटने पर नहीं, बल्कि समझने और प्रयोग करने पर ध्यान देना चाहिए. इससे बच्चे सवाल पूछेंगे, सोचेंगे और सीखने में दिलचस्पी लेंगे.
कार्यशाला में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने भी मार्गदर्शन दिया. चारों जिलों के शिक्षा पदाधिकारियों ने कहा कि इस तरीके से पढ़ाने पर बच्चे ज्यादा उत्साह के साथ स्कूल आएंगे.
iRISE नामक यह कार्यक्रम भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, ब्रिटिश काउंसिल, टाटा ट्रस्ट और अन्य संस्थाओं की मदद से चलाया जा रहा है. महाराष्ट्र, बिहार, उत्तराखंड, सिक्किम और लद्दाख में यह कार्यक्रम पहले ही सफल हो चुका है. अब झारखंड में भी इससे बच्चों की पढ़ाई और बेहतर होने की उम्मीद है.
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