Adityapur : आदित्यपुर के रेल यात्रियों की अनदेखी का आरोप रेलवे पर लग रहा है। कोरोना लगभग समाप्त हो चुका है, ट्रेनों के नंबर से जीरो हटा लिया गया है, किराए भी कम हो गए हैं, लेकिन आदित्यपुर स्टेशन पर रूकने वाली ट्रेनों के ठहराव को पुनः शुरू नहीं किया है. इससे यहां से दैनिक रूप से सफर करने वाले रेल यात्री परेशान हैं. उन्हें लगता है रेलवे ने उनके साथ ठगी की है. इस बात को लेकर यहां के यात्री और समाजसेवी एक बार पुनः आंदोलन की तैयारी में हैं. काफी आंदोलन के बाद टाटा-दानापुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस, दक्षिण बिहार एक्सप्रेस और टाटा-छपरा एक्सप्रेस जैसे महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव यहां शुरू हुआ था, लेकिन कोविड के बाद यहां ट्रेनों का ठहराव बंद कर दिया गया था. उसे अब तक शुरू नहीं किया गया है. उत्तर बिहार की ओर जाने वाली एक मात्र ट्रेन टाटानगर-छपरा और टाटा कटिहार एक्सप्रेस का ठहराव शुरू नहीं करने से यात्रियों को परेशानी हो रही है.
ट्रेनों के ठहराव से उत्तर बिहार के लोगों को फायदा
कोरोना काल के पहले टाटा-छपरा-कटिहार एक्सप्रेस संयुक्त रूप से चला करती थी और इसका ठहराव आदित्यपुर स्टेशन पर होता था. आदित्यपुर में रहने वाले उत्तर बिहार के लोगों को इसका लाभ मिलता था. उन्हें आर्थिक लाभ के साथ समय की बचत होती थी, लेकिन कोरोना काल में जब इस ट्रेन को स्पेशल बना कर चलाया गया तो इसका ठहराव आदित्यपुर से हटा लिया गया. अब चूंकि हालात समान्य हो गए हैं और सभी ट्रेनों के नबंर के आगे से शून्य हटा लिया गया है, लेकिन आदित्यपुर में महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है. ट्रेनों का ठहराव हटा लिए जाने से लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है. लोग इसे लेकर अंदोलन का मन बना रहे हैं.
आदित्यपुर स्टेशन पर ट्रेन का ठहराव बंद होना दुर्भाग्यपूर्ण : ओमप्रकाश
जन कल्याण मोर्चा के अध्यक्ष और सरायकेला-खरसावां जिला बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष ओम प्रकाश ने कहा कि रेलवे द्वारा टाटा-छपरा (थावे) तक चलने वाली ट्रेन का ठहराव आदित्यपुर में बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण है. हम लोगों के काफी आंदोलन के बाद इस ट्रेन का ठहराव आदित्यपुर में दिया गया था. आदित्यपुर में की पूरी आबादी के करीब 80% लोग उत्तर बिहार के रहने वाले हैं. इस ट्रेन के ठहराव से उन्हें काफी खुशी हुई थी, लेकिन ट्रेन का आदित्यपुर में ठहराव बंद होना दुखद है. उन्होंने कहा एक तरफ विकास के नाम पर आदित्यपुर स्टेशन नए तरीके से बनाए जा रहे हैं, जबकि ट्रेन का ठहराव उठा लिया जाना यहां के विकास पर सवाल उठाता है. उन्होंने चक्रधरपुर के डीआरएम से मांग की है कि वह इस मामले को गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए टाटा-छपरा एक्सप्रेस समेत यहां ठहरने वाली सभी ट्रेनों का ठहराव पुनः बहाल करे। अन्यथा जल्द ही बैठक कर आंदोलन की रणनीति बनाएंगे.
स्टेशन का विकास कर ट्रेनों का ठहराव बंद किया जा रहा है : शारदा देवी
महिला नेत्री शारदा देवी ने कहा कि एक तरफ आदित्यपुर स्टेशन का विकास हो रहा है दूसरी तरफ ट्रेनों का ठहराव बंद किया जा रहा है. यहां के लोग कई दिनों से टाटा-धनबाद स्वर्णरेखा एक्सप्रेस और सुबह में टाटा से दानापुर जाने वाली सुपर एक्सप्रेस के ठहराव की मांग कर रहे थे, लेकिन इन दोनों ट्रेनों का ठहराव तो नहीं हुआ, लेकिन यहां से टाटा-छपरा अब थावे तक चलने वाली एक्सप्रेस का ठहराव भी बंद कर दिया है. रेलवे इस फैसले को जल्द बदले नहीं तो एक बार फिर आदित्यपुर के लोग रेलवे के खिलाफ आंदोलन करेंगे.
डीआरएम को ज्ञापन सौंपा गया है, जल्द बेहतर निर्णय होगा : सुरेश धारी
आदित्यपुर निवासी कांग्रेस नेता सुरेश धारी ने कहा कि वे इस मामले को लेकर चक्रधरपुर के डीआरएम को ज्ञापन सौंप चुके हैं. उन्हें उम्मीद है कि रेलवे इस मामले में जल्द ही कोई बेहतर निर्णय लेगी. इस ट्रेन का ठहराव पहले से आदित्यपुर स्टेशन में था और यहां से काफी संख्या में यात्री इस ट्रेन से यात्रा करते थे. राजस्व भी इस स्टेशन से काफी प्राप्त होता है.