Jadugoda : झारखंड के कई जिलों में सोमवार को आंधी-तूफान के साथ बारिश हुई. एक तरफ बारिश के बाद हुई ओलावृष्टि ने मौसम का मिजाज बदल दिया है. वहीं दूसरी तरफ देर शाम बारिश के साथ आये तूफान ने जादूगोड़ा और उसके आस-पास के क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई है.
इस आंधी-तूफान के कारण कई घरों के एस्बेस्टस की छत, पानी टंकी के ढक्कन और लकड़ी से बने बिजली के पोल उड़ गये. कई मंदिरों को भी नुकसान पहुंचा है. वहीं तूफान में उड़कर आये पत्थर से एक व्यक्ति का सर भी फटा है.
तेज आंधी में बहकर आये पत्थर से जादूगोड़ा के डाक कर्मी अनिल मुंडा का सर फट गया. आनन फानन में उन्हें यूसिल अस्पताल पहुंचाया गया. जानकारी के अनुसार, जादूगोड़ा डाक कर्मी अपनी साइकिल से अपने गांव बूटगोडा जा रहे थे. तभी रास्ते में नौरंग मार्केट के पास उड़कर एक पत्थर आया और उनके सिर पर लग गया.
इसी तरह यूसिल कॉलोनी से सटे धर्म डीह गांव में भी तबाही का मंजर देखने को मिला. यहां लकड़ी के कई बिजली पोल उखड़ गये. वहीं हाल में लगे सीमेंट के बिजली पोल, पानी टंकी के ढक्कन और कई घरों के एस्बेस्टस की छत भी उखड़ गये. तेज हवाओं की वजह से मंदिर को भी नुकसान पहुंचा है.
इसके आलावा जादूगोड़ा से सटे गांव धीरोल पंचायत के नूतन डीह और बागो में भी आंधी-तूफान ने तबाही मचायी है. यहां गांव के ही सोनेश्वर सरदार, राजेश सरदार, पुकरु सरदार, विष्णु सरदार और रिंगू सरदार के घर के एस्बेस्टस की छत तूफान में उजड़ गये. इसकी वजह से ये खुले आसान के नीचे रहने को विवश है.
तूफान ने यूसिल अस्पताल की रौनक भी खत्म कर दी. अस्पताल में शोभा के लिए रखे गमले टूटकर इधर उधर बिखर गये. दर्जनों पेड़ भी उखड़ गये. इसकी वजह से आवागमन भी ठप हो गया.
इसी तरह की तबाही यूसिल कॉलोनी देखने की मिली. कॉलोनी में जगह-जगह पेड़ गिर जाने से आवागमन ठप हो गया. संपदा विभाग के अधिकारी मंडल ने फॉर क्लिप मंगाकर रास्ते में गिरे पेड़ को हटाया, तब जाकर आवागम सुचारू हो पाया.
जादूगोड़ा समेत हजारों गांव में बिजली सेवा बाधित हो गयी है. पूरा पोटका प्रखंड अधंकार में डूब गया है.