Lagatar desk : वृंदावन के प्रसिद्ध कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय 5 दिसंबर को जयपुर के ऐतिहासिक आमेर क्षेत्र स्थित होटल ताज में विवाह बंधन में बंध गए. उनका विवाह यमुना नगर की शिप्रा के साथ संपन्न हुआ. यह सिर्फ एक शादी नहीं, बल्कि एक भव्य धार्मिक महोत्सव की तरह आयोजित किया गया, जिसमें पारंपरिक रस्मों के साथ भक्ति संगीत का विशेष आयोजन रहा.
इंद्रेश महाराज जी भी घोड़ी चढ़ गए।
— shyam jee mishra (@PremprakshShyam) December 3, 2025
5 दिसंबर को जयपुर में शादी करेंगे।
होटल ताज आमेर में शिप्रा के साथ सात फेरे लेंगे। pic.twitter.com/15gkW9PkYf
वृंदावन में हुईं पारंपरिक रस्में
विवाह से पहले वृंदावन के रमणरेती स्थित उनके आवास पर हल्दी, संगीत और अन्य पारंपरिक रस्में धूमधाम से संपन्न हुईं. इन रस्मों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुईं.शादी से एक दिन पहले घुड़चढ़ी की रस्म भी वृंदावन में उनके घर से निकाली गई.
जयपुर में भव्य धार्मिक उत्सव जैसा आयोजन
होटल ताज आमेर में आयोजित विवाह समारोह में भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और पारंपरिक रीति-रिवाजों का सुंदर संगम देखने को मिला. भक्ति संगीत के साथ यह आयोजन एक आध्यात्मिक उत्सव में बदल गया.आयोजकों द्वारा शेयर की गई तस्वीरों में पूरा माहौल धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव जैसा नजर आया.
देश-विदेश की प्रमुख हस्तियां रहीं मौजूद
इंद्रेश उपाध्याय देश-विदेश में अपने प्रवचनों और भजनों के कारण लोकप्रिय हैं. इसी कारण विवाह समारोह में कई बड़ी हस्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.इनमें मुख्य रूप से शामिल रहे .पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (बागेश्वर धाम) मलूक पीठाधीश्वर राजेंद्र दास महाराज कथावाचक पुंडरीक गोस्वामी कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ,बॉलीवुड सिंगर बी प्राक .इन हस्तियों के आगमन से समारोह की भव्यता और भी बढ़ गई.
जयपुर को ‘छोटा वृंदावन’ क्यों कहते हैं?
इंद्रेश उपाध्याय जयपुर के आराध्य गोविंददेवजी के परम भक्त हैं और अक्सर जयपुर को ‘छोटा वृंदावन’ कहते हैं.जयपुर में वृंदावन से लाए गए श्रीकृष्ण के चार प्रमुख विग्रह -गोविंददेवजी, गोपीनाथ जी, राधा-दामोदर जी और राधा विनोदी लाल जी स्थापित हैं.इन्हीं विग्रहों की उपस्थिति के कारण इस नगरी में उनका विवाह समारोह और भी अधिक आध्यात्मिक और ऐतिहासिक बन गया.
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