Lucknow : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों की घोषणा के बाद से बीजेपी को लगातार झटके पर झटके लगते जा रहे हैं. योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद मंगलवार को 3 और भी विधायकों ने बीजेपी छोड़ दी है. इनमें बांदा जिले की तिंदवारी विधानसभा से विधायक ब्रजेश प्रजापति, शाहजहांपुर की तिलहर सीट से विधायक रोशनलाल वर्मा और कानपुर के बिल्हौर से विधायक भगवती सागर शामिल हैं. खबर के मुताबिक, इन विधायकों ने स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में बीजेपी को छोड़ा है. मालूम हो कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है. अब ब्रजेश प्रजापति, रोशनलाल वर्मा और भगवती सागर भी सपा में ज्वॉइन करेंगे.
शिकायतों पर सुनवाई नहीं हुई
विधायक रोशन लाल ने बीजेपी छोड़ते वक्त कहा कि योगी सरकार में उनकी 5 सालों तक की गयी शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं हुई, जिसके चलते उन्हें यह निर्णय लेना पड़ा.
‘जल्दबाजी के फैसले गलत साबित होते हैं’
यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का कहना है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने किन कारणों से इस्तीफा दिया है, मैं नहीं जानता हूं. उनसे अपील है कि बैठकर बात करें. जल्दबाजी में लिए हुए फैसले अक्सर गलत साबित होते हैं. आदरणीय स्वामी प्रसाद मौर्य जी ने किन कारणों से इस्तीफा दिया है. मैं नहीं जानता हूँ उनसे अपील है कि बैठकर बात करें जल्दबाजी में लिये हुये फैसले अक्सर गलत साबित होते हैं.
आदरणीय स्वामी प्रसाद मौर्य जी ने किन कारणों से इस्तीफा दिया है मैं नहीं जानता हूँ उनसे अपील है कि बैठकर बात करें जल्दबाजी में लिये हुये फैसले अक्सर गलत साबित होते हैं
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) January 11, 2022
नाराज नेताओं को मनाने में जुटी बीजेपी
उत्तर प्रदेश में चुनावों से पहले पार्टी को मिले झटकों से बीजेपी आलाकमान हलकान है. अब प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी दी गई है. यूपी बीजेपी के दोनों बड़े नेता पार्टी से से रूठे नेताओं को बुलाकर उनकी मांगों और शिकायतों को सुनेंगे.
तोहफे में भेजा ताला
वहीं, इसको लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व मंत्री आईपी सिंह ने बीजेपी पर तंज कसा है. ट्विटर के जरिए सपा नेता ने कहा है, ”ओमप्रकाश राजभर जी, जयंत चौधरी जी, राजमाता कृष्णा पटेल जी,संजय चौहान जी और अब स्वामीप्रसाद मौर्य जी समाजवादी पार्टी के साथ हैं. मैंने BJP मुख्यालय पर स्वतंत्र देव सिंह जी को एक ताला तोहफे के रूप में भेज दिया है, 10 मार्च के बाद लगा घर लौट जाइएगा.लहर नहीं, अब सपा की आँधी चल रही है.”
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