LagatarDesk : दिल्ली-एनसीआर में सोमवार तड़के पांच बजकर 36 मिनट भूकंप के तेज झटके महसूस किये गये. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.0 आंकी गयी. भूकंप का केंद्र नई दिल्ली के धौला कुआं में दुर्गाबाई देशमुख कॉलेज ऑफ स्पेशल एजुकेशन के पास पांच किलोमीटर की गहराई पर था. हालांकि राहत की बात यह है कि फिलहाल भूकंप से किसी तरह के जानमाल की हानिकी कोई सूचना नहीं है. लेकिन लोग डर से अपने-अपने घरों से बाहर निकल गये.
https://twitter.com/AHindinews/status/1891281626241351689 पीएम मोदी ने सतर्क रहने की अपील की
पीएम मोदी ने दिल्ली वासियों से सतर्क रहने की अपील की है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया कि दिल्ली और आस-पास के इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किये गये. सभी शांत रहें और सुरक्षा सावधानियों का पालन करें. पीएम ने संभावित झटकों के प्रति सतर्क रहने का आग्रह किया है. साथ ही अधिकारियों को स्थिति पर कड़ी नज़र रखने का निर्देश दिया है.
https://twitter.com/narendramodi/status/1891299628118585688 सिवान में सुबह आठ बजे आया भूकंप
वहीं बिहार के सिवान में भी आज सुबह आठ बजकर दो मिनट में भूकंप के झटके महसूस किये गये. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.0 थी.
https://twitter.com/AHindinews/status/1891323422107418824 प्लेट्स के टकराने से भूकंप के झटके होते हैं महसूस
धरती के अंदर 7 प्लेट्स ऐसी होती हैं, जो
लगातार घूम रही हैं. ये प्लेट्स जिन जगहों पर ज्यादा टकराती हैं, उसे फॉल्ट लाइन जोन कहा जाता है. बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. जब प्रेशर ज्यादा बनने लगता है तो प्लेट्स टूटने लगती है. इनके टूटने के कारण अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है. इसी डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है. भूकंप को नापने के लिए रिक्टर पैमाने का इस्तेमाल करते हैं, जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल भी कहा जाता है.
7.0 या उससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप खतरनाक
बता दें कि रिक्टर स्केल पर 7.0 या उससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप को सामान्य से खतरनाक माना जाता है. इसी पैमाने पर 2 या इससे कम तीव्रता वाला भूकंप सूक्ष्म भूकंप कहलाता है ,जो ज्यादातर महसूस नहीं होते हैं. 4.5 की तीव्रता का भूकंप घरों को नुकसान पहुंचा सकता है.
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