Bokaro: भारत का संविधान अंगीकार करने के 75 वर्ष पूरे होने पर मंगलवार को दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) बोकारो में संविधान दिवस मनाया गया. इस अवसर पर विद्यालय में छात्र-छात्राओं के लिए विशेष आयोजन किया गया. विद्यार्थियों को भारत के संविधान के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई. साथ ही संवैधानिक दायित्वों व अधिकारों की महत्ता से अवगत कराने तथा इसके प्रति जागरुकता लाने के उद्देश्य से विभिन्न गतिविधियों का भी आयोजन किया गया. विद्यार्थियों ने अपने शिक्षकों के साथ मिलकर संवैधानिक प्रावधानों और नियमों के अनुपालन तथा इसकी रक्षा की शपथ ली. बच्चों ने संविधान की प्रस्तावना को रंग-बिरंगे अक्षरों में कलाकृति बनाकर लिखे. उन्होंने संविधान-निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर बनाई तथा आकर्षक चित्रकारी करते हुए पोस्टर आदि भी तैयार किए.
विद्यालय के प्राचार्य डॉ. एएस गंगवार ने संविधान दिवस की महत्ता रेखांकित करते हुए कहा कि यह दिन भारतीय संविधान को अपनाने के उपलक्ष्य में एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है. 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने भारत के संविधान को अपनाया, जो 26 जनवरी, 1950 से प्रभावी है. उन्होंने संविधान को भारतीय लोकतंत्र की बुनियाद बताते हुए कहा कि राष्ट्र के उत्थान, समृद्धि व शांति के लिए इसका सम्मान और अनुपालन आवश्यक है. उन्होंने कहा कि हमारा संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित दस्तावेज व राष्ट्रीय ग्रंथ स्वरूप है, जिसे अंगीकृत किए हुए 75 वर्ष पूरे हो चुके हैं. संविधान दिवस का उद्देश्य लोगों को संविधान की मूल बातें और इसके महत्व के बारे में जागरूक करना है. यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि हम एक लोकतांत्रिक देश में रहते हैं, जहां सभी नागरिकों को समान अधिकार और स्वतंत्रता प्राप्त है.
इसे भी पढ़ें – संविधान लागू होने के 75 साल पूरे, राष्ट्रपति ने संसद को संबोधित किया, कहा, संविधान हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों की आधारशिला
Leave a Reply