मैंने नवंबर 2019 में हार मान ली क्योंकि न तो मोदी अर्थशास्त्र को समझते हैं और न ही उनके किसी करीबी सहयोगी को इसकी जानकारी है.
NewDelhi : कोरोना को कैसा हराना है, अर्थव्यवस्था को कैसे ठीक करना है, चीन को लद्दाख से कैसे भगाना है. इस सवाल को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट किया है कि सरकार को इसका एक डॉक्यूमेंट तैयार करना चाहिए. स्वामी ने सरकार को इन तीन अहम सवालों के जवाब ढूंढ़ने को कहा है.
बता दें कि सोमवार को स्वामी ने ट्वीट कर लिखा. समय आ गया है कि सरकार के विश्लेषकों को तीन कार्यान्वयन योग्य दस्तावेज तैयार करने के लिए कहा जाये. कोरोनावायरस पर कैसे विजय प्राप्त करें, ढहती भारतीय अर्थव्यवस्था को कैसे बचाया जाये और जीडीपी प्रति वर्ष 10 प्रतिशत की दर से कैसे बढ़ायी जाये, चीन को लद्दाख से कैसे निकाला जाये. एक तरह से आरोप लगाया कि वर्तमान में सरकार के पास एक की भी तैयारी नहीं है.
मैं 2014 नवंबर से ऐसा कर रहा हूं
एक यूजर ने स्वामी के इस ट्वीट पर प्रतिकृया देते हुए कहा, क्यों न स्वामी जी इन्हें तैयार करके मोदी जी को सौंप दें. आखिरकार, यह आपकी पार्टी की सरकार है और आपको उनके समर्थन की जरूरत है. स्वामी ने इसका जवाब दिया, कहा, मैं 2014 नवंबर से ऐसा कर रहा हूं.
मैंने नवंबर 2019 में हार मान ली क्योंकि न तो मोदी अर्थशास्त्र को समझते हैं और न ही उनके किसी करीबी सहयोगी को इसकी जानकारी है. इसलिए इसे कोल्ड स्टोरेज में रखा गया है. कहा कि अर्थ ज्ञान गंगा पर जनता को सूचित करना बेहतर है.
लोग भाजपा से नाराज नहीं है ,मोदी से हार मान चुके हैं
स्वामी के इस ट्वीट पर प्रिथीमन नाम के एक यूजर ने लिखा आपका क्या जवाब होगा इस पर, आप एक अच्छे विश्लेषक हैं. इसपर स्वामी का कहना था कि तुम्हारा मतलब सरकार कोई सुराग नहीं है? एक यूजर के अनुसार लोग भाजपा से नाराज नहीं है लेकिन अब मोदी से हार मान चुके हैं. उन्हें अब सलाहकारों की एक बेहतर टीम की जरूरत है.
गौरव नाम के एक यूजर ने लिखा, भाजपा को हिंदू तभी तक अच्छे लगते हैं जब वह बिना सवाल किये कमल का बटन दबाते रहें.लिखा कि जैसे ही हिंदू बेरोजगारी महंगाई, शिक्षा व्यवस्था, स्वास्थ्य, परिवहन सुविधा जैसी चीजों पर सवाल करता है उसी पल भाजपा के लिए हिंदू गद्दार करार दिया जाता है.