NewDelhi : भाजपा के राज्यसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी ने अफगानिस्तान संकट पर लोगों को चेताया है. स्वामी ने आशंका जताते हुए कहा कि देश आने वाले समय में तीन मोर्चों पर तालिबान, पाकिस्तान और चीन का सामना करने के लिए तैयार रहे, वह भी अकेले.
Biden’s Afghanistan logic is Lincoln in reverse https://t.co/L8UjrIweAJ via @SundayGuardian : But did Biden have any other choice? India did, but blew it. Now we will have to fight Taliban Pakistan China all alone & soon in Kashmir-Swamy
— Subramanian Swamy (@Swamy39) September 5, 2021
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क्या बाइडेन के पास और कोई चारा था
स्वामी ने माइक्रो ब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म टि्वटर पर आज रविवार, पांच सितंबर को यह चेतावनी दी है. सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट में संडे गार्डियन लाइव (अंग्रेजी अखबार) का एक आर्टिकल बाइडन्स अफगानिस्तान लॉजिक इज लिंकन इन रिवर्स (Biden’s Afghanistan logic is Lincoln in reverse को भी शेयर किया. स्वामी ने कहा कि लेकिन क्या बाइडेन के पास और कोई चारा था? भारत का जिक्र करते हुए कहा कि अपने देश के पास विकल्प था, पर हमने उसे छोड दिया. अब हमें तालिबान, पाकिस्तान, चीन इन सभी से अकेले और जल्द ही कश्मीर में लड़ना पड़ेगा.
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पाकिस्तान को आतंकवादी मुल्क घोषित करें
स्वामी के इस ट्वीट के लेकर सोशल मीडिया पर उनके फैंस, फॉलोअर्स और यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी है. @Anirban28059550 ने लिखा, जब तक पाकिस्तान के साथ हमारे राजनयिक संबंध हैं, वे इसे नष्ट करने के लिए भारत पर ध्यान केंद्रित करेंगे. आइए पाकिस्तान को आधिकारिक तौर पर आतंकवादी मुल्क घोषित करें. स्वामी ने इस पर जवाब दिया,जो लोग आपको कोई आया नहीं(चीन के संदर्भ में) का आश्वासन देते हैं, वे कभी भी पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई नहीं करेंगे. इसके बजाय वे जल्द ही पाकिस्तान-चीन की जोड़ी से मिलेंगे और माओ ताई ट्रैंक्विलाइज़र के साथ एक टोस्ट स्वीकार करेंगे. बस देखिए.
हमारी सीमा पर आने की हिम्मत की तो हम मुकाबला करेंगे
@ThamilarasuK ने कहा कि हम अफगानिस्तान जाकर तालिबान से नहीं लड़ सकते. अगर वहां के लोग तालिबान के खिलाफ लड़ने की भावना नहीं दिखाते हैं, तो क्या उनसे लड़ने का कोई मतलब है? अगर उन्होंने हमारी सीमा पर आने की हिम्मत की तो हम मुकाबला करेंगे. हमें बस अपनी सेना के आधुनिकीकरण पर ध्यान देने की जरूरत है. @RamNambiar1 ने कहा, “इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि कोई एक विशेष रणनीति काम करेगी. हमें अपनी रणनीति को प्राथमिकता देने की जरूरत है,.