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बच्ची की हालत स्थिर होने के बाद कि गयी सर्जरी
सीटीवीएस विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ राकेश कुमार ने बताया कि बच्ची की हालत गंभीर थी. बच्ची को ओपीडी से अस्पताल में भर्ती किया गया. भर्ती करने के बाद उसकी हालत को स्टेबल करने का प्रयास किया गया, लेकिन स्टेबल नहीं होने पर उसे क्रिटिकल केयर यूनिट में डॉ पीके भट्टाचार्य की देखरेख में भर्ती कराया गया. एक हफ्ते के बाद बच्ची को पुनः सीटीवीएस विभाग में शिफ्ट किया गया और दोबारा स्टेबल होने पर उसकी सर्जरी की गई. इसे भी पढ़ें- रामगढ़:">https://lagatar.in/ramgarh-one-day-strike-to-demand-disclosure-of-harsh-karmali-murder-case/38278/">रामगढ़:हर्ष करमाली हत्याकांड के खुलासे की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना
आयुष्मान भारत योजना के तहत हुआ निशुल्क ऑपरेशन
बच्ची का सफल ऑपरेशन किया गया, यदि यह सर्जरी निजी अस्पतालों में होता तो ढाई से तीन लाख रुपए खर्च होता. लेकिन रिम्स में निशुल्क ऑपरेशन हुआ. पेशेंट के पास आयुष्मान भारत योजना का कार्ड था. वहीं सर्जरी के सामान की व्यवस्था आयुष्मान भारत के तहत रिम्स प्रबंधन के द्वारा की गई.सफल सर्जरी में इनका रहा योगदान
बच्ची के सफल ऑपरेशन में सीटीवीएस विभाग के डॉ अंशुल कुमार, डॉ राकेश, डॉ नयन सिन्हा, डॉ अनमोल कुजूर का अहम योगदान रहा. वहीं एनेस्थिसिया विभाग के डॉ संजय, डॉ नीतेश, डॉ मुकेश ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. कार्डियोलॉजी विभाग के डॉ प्रशांत कुमार, क्रिटिकल केयर के डॉ पीके भट्टाचार्य का भी योगदान रहा है. इसे भी देखें-
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