LagatarDesk : रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को अचानक एमपीसी की बैठक की. इसके बाद प्रेस कांफ्रेस करके शक्तिकांत दास ने रेपो रेट बढ़ाने का ऐलान किया. आरबीआई ने रेपो रेट को 0.40 फीसदी बढ़ाकर 4.40 फीसदी कर दिया. इतना ही नहीं रिजर्व बैंक ने कैश रिजर्व रेशियो (CRR) को भी 0.50 फीसदी बढ़ाने का फैसला किया. जिसके बाद यह 4.50 फीसदी हो गया.
मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने तत्काल प्रभाव से रेपो रेट में 40 बेसिस प्वाइंट्स की वृद्धि के लिए सर्वसम्मति से मतदान किया है: RBI गवर्नर शक्तिकांत दास pic.twitter.com/GTxoK2Wuyi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 4, 2022
आम लोगों का बिगड़ जायेगा बजट
रेपो रेट बढ़ने से आम लोगों की जेब पर असर पड़ेगा. आरबीआई के इस फैसले के बाद होम लोन, कार लोन समेत अन्य लोन पर ब्याज की दरें बढ़ जायेंगी. जिसके कारण ईएमआई की रकम बड़ी हो जायेगी. आरबीआई ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में महंगाई का प्रेशर बना रहेगा. शक्तिकांत दास ने कहा कि बेकाबू होती महंगाई के कारण रेपो रेट बढ़ाने का ऐलान किया गया है.
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वित्त वर्ष 2022-23 में महंगाई दर 5.7 फीसदी रहने का अनुमान
RBI के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 में महंगाई दर 5.7 फीसदी पर रहने का अनुमान है. शक्तिकांत दास ने पिछले महीने बताया था कि महंगाई की दर पहली तिमाही में 6.3%, दूसरी तिमाही में 5%, तीसरी तिमाही में 5.4% और चौथी तिमाही में 5.1% रह सकती है.
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बेकाबू होती महंगाई के कारण रेपो रेट को बढ़ाने का फैसला
बता दें कि कोरोना महामारी के कारण पिछले दो सालों से आरबीआई ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया था. इससे पहले 8 अप्रैल को वित्त वर्ष 2022-23 के लिए रिजर्व बैंक की पहली मॉनीटरी पॉलिसी हुई थी. जिसमें आरबीआई ने लगातार 11वीं बार ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया था. हालांकि दास ने पिछली बार रिवर्स रेपो रेट को 40 बेसिस पॉइंट बढ़ाकर 3.75 फीसदी कर दिया था.
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जिओपॉलिटिकल फैक्टर्स और अन्य कारणों के कारण बढ़ी महंगाई
दास ने बताया कि सेंट्रल बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने इकोनॉमी के हालात पर चर्चा करने के लिए बैठक की. आरबीआई गवर्नर ने कहा कि मार्च 2022 में खुदरा महंगाई तेजी से बढ़ी और 7 फीसदी पर पहुंच गयी. खासकर खाने-पीने की चीजों की महंगाई के कारण खुदरा महंगाई तेजी से बढ़ी है. इसके अलावा जिओपॉलिटिकल फैक्टर्स के कारण भी महंगाई बढ़ी है. दास ने आगे कहा कि ग्लोसबल मार्केट में कमोडिटी की बढ़ती कीमतों और पेट्रोल-डीजल सहित अन्ये ईंधन के बढ़ते दबाव की वजह से आरबीआई ने रेपो रेट में बदलाव किया है.
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ब्याज दरों में अचानक बदलाव से शेयर बाजार धड़ाम
आरबीआई द्वारा अचानक ब्याज दरों में बदलाव करने का असर शेयर बाजार पर पड़ा. शेयर मार्केट में अचानक भारी गिरावट देखने को मिली. सेंसेक्स 1276.13 अंक टूटकर 55699.8 के लेवल पर ट्रेड करने लगा. जबकि निफ्टी 403.30 अंक फिसलकर 16665.8 के स्तर पर पहुंच गया. थोड़े देर के बाद सेंसेक्स 1379.21 अंकों की गिरावट के साथ 55596.7 के लेवल पर पहुंच गया. जबकि निफ्टी 410 अंक टूटकर 16659 के स्तर पर ट्रेड करने लगा.
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