Bihar : नौकरी के बदले जमीन से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) ने 9 जनवरी को अपना पहला आरोपपत्र दाखिल किया. आरोपपत्र में राजद सुप्रीमो लालू यादव की पत्नी व बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, सांसद मीसा भारती और हेमा यादव का नाम है. एजेंसी की इस कार्रवाई के बाद सांसद सुशील मोदी ने लालू यादव पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि काला धन छिपाने और उसे वैध बताने के लिए लालू यादव ने खुद अपने घर की महिलाओं को फंसा दिया.
रेलवे में चौथी श्रेणी की नौकरी पाने वाले ने ही लालू को क्यों जमीन दान में दी
सुशील मोदी ने कहा कि राबड़ी देवी को 31 लाख और हेमा यादव को 62 लाख की जमीन दान में देने वाले विधान परिषद में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हैं. कहा कि हृदयानंद चौधरी ने दानापुर थाना क्षेत्र के महुआ बाग की 3375 वर्गफीट जमीन तेजस्वी यादव की पांचवीं बहन हेमा यादव को मुफ्त में दान कर दी. इस महान दानी ने हेमा यादव को ही क्यों भूमिदान के योग्य समझा? क्यों चौधरी ने ही स्टांप ड्यूटी के तौर पर 6.28 लाख रुपये एसबीआई के मेन ब्रांच में जमा कराये. सुशील ने कहा कि राजद नेताओं को इन सवालों का जवाब देना चाहिए. लेकिन कोई भी इन सवालों के जवाब नहीं दे रहा है. सब के सब ईडी के समन पर राजनीति करने में लगे हैं. कहा कि लालू यादव बताये कि रेलवे में चौथी श्रेणी की नौकरी पाने वाले हृदयानंद चौधरी और ललन चौधरी से ही जमीन दान में क्यों ली?