धनबाद : झरिया थाना क्षेत्र के बिहार बिल्डिंग के समीप 8 नवंबर को बिजली तार की चपेट में आकर झुलसे लोगों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है. हादसे में पांच लोग बुरी तरह झुलस गए थे, जिसमें एक ही परिवार के 4 सदस्य हैं, जिनका इलाज रांची के अस्पताल में हो रहा था. रांची के देवकमल अस्पताल में इलाज करा रही 14 वर्षीय सानवी की मौत के बाद 20 नवंबर की देर रात मनीता देवी ने भी उसी अस्पताल में दम तोड़ दिया. 2 वर्षीय सत्यम व 8 वर्षीय वंशिका जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही है. इस हादसे से दुखी परिवार पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ और एक हंसते खेलते परिवार पर आफत आ पड़ी. चार सदस्यीय परिवार के मुखिया का नाम राहुल केसरी है. उन्होंने बताया कि हादसा सरासर बिजली विभाग की लापरवाही का परिणाम है. सरकार या बिजली विभाग की ओर से अभी तक परिजनों को किसी प्रकार का सहयोग नहीं मिला है. मनीता की मौत से झरिया में शोक की लहर दौड़ गई है. बिजली विभाग के खिलाफ लोगों में आक्रोश है. जानलेवा खुले तारों को अविलंब बंद करने के लिए लोगों ने आंदोलन छेड़ दिया है. इसके पहले सानवी की मौत के बाद झरिया वासियों ने कैंडल मार्च निकालकर शोक-संवेदना व्यक्त की थी. यह भी पढ़ें : धनबाद">https://lagatar.in/vehicle-thief-gang-active-again-in-dhanbad/">धनबाद
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बिजली तार की चपेट में आई मनीता भी चल बसी

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