जस्टिस मोहन एम शांतनागोदर कर्नाटक के रहने वाले थे
कोर्ट के अधिकारी के अनुसार देर रात करीब साढ़े 12 बजे डॉक्टरों ने उनके परिवार को यह दुखद समाचार दिया. हालांकि जस्टिस शांतनागोदर कोरोना वायरस से संक्रमित थे या नहीं, इसकी कोई जानकारी नहीं मिली है. जस्टिस मोहन एम शांतनागोदर कर्नाटक के रहने वाले थे. पांच मई 1958 को कर्नाटक में उनका जन्म हुआ था. 5 सितंबर 1980 को वकील के तौर पर मोहन एम शांतनागोदर ने पंजीकरण कराया था.2017 में सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस के तौर पर पदोन्नत हुए थे
जस्टिस शांतनागोदर 17 फरवरी 2017 को सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस के तौर पर पदोन्नत हुए थे. सीबीआई के अंतरिम निदेशक के रूप में एम नागेश्वर राव की नियुक्ति से जुड़े मामले की सुनवाई करने वाली पीठ में न्यायमूर्ति मोहन एम. शांतनागोदर भी शामिल थे. यह मामला 2018 का है, जब सीबीआई के डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच होने तक अवकाश पर भेजे जाने के बाद एम नागेश्वर राव को अंतरिम निदेशक बनाया गया था. https://lagatar.in/?p=54771https://lagatar.in/parliamentary-committee-were-made-important-recommendations-on-corona/54796/