Ranchi : उत्पाद विभाग कार्यालय में युवक की संदिग्ध मौत मामले में आदिवासी समाज के विभिन्न संगठनों ने आज (बुधवार) को फिर लालपुर चौक जाम किया. विभिन्न आदिवासी संगठनों के लोगों ने सुबह 9 बजे से ही लालपुर चौक में विरोध-प्रदर्शन किया और नितेश लोहरा के हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग की. विरोध-प्रदर्शन की वजह से करीब चार घंटे तक सड़क जाम रहा. लालपुर चौक से जेल चौक, कोकर रोड, डंगरा टोली रोड और अलबर्ट एक्का चौक तक गाड़ियां रेंगती रही. हालांकि एंबुलेंस को जाम से मुक्त रखा गया.
सिटी एसपी के आश्वासन के बाद पीछे हटे प्रदर्शनकारी
सड़क जाम करने की सूचना पर सिटी डीएसपी दीपक कुमार और थाना प्रभारी लालपुर चौक पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटाने का प्रयास किया. लेकिन आदिवासी संगठनों के लोग नहीं माने. इसके बाद सिटी एसपी राजकुमार मेहता वहां पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे लोगों से बात की. सिटी एसपी ने नितेश लोहरा के परिजनों को तीन लाख का मुआवजा देने का आश्वासन दिया. साथ ही लोहरा की मौत की जांच कराने की बात कही. इसके बाद 1.30 बजे प्रदर्शनकारी पीछे हटे और प्रदर्शन समाप्त किया. बता दें कि सात जनवरी को भी नितेश लोहरा के शव के साथ परिजनों ने लालपुर चौक को जाम कर दिया था और प्रशासन और सरकार से न्याय की मांग कर रहे थे.
ये लोग प्रदर्शन में थे शामिल
नितेश लोहरा की बहन प्रभा लोहरा ने उत्पाद विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि परिजनों का इंतजार किये बिना ही शव को सदर अस्पताल भेज दिया गया. राजेश लिंडा ने कहा कि आबकारी विभाग आदिवासी समाज के गरीब परिवार को घर से उठाने का काम कर रहा है. विभाग दारू बनाने वाले को पकड़ने के बजाय पीने वाले को पकड़ते हैं और मोटी रकम की मा़ंग करते हैं. पैसे नहीं देने पर उन्हें हाजात में बंद कर दिया जाता है. अगर उत्पाद विभाग का ऐसा ही रवैया रहा तो गांव में घुसने नहीं दिया जायेगा. प्रदर्शन करने वालों में केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की, आदिवासी जनपरिषद के अध्यक्ष प्रेमशाही मुंडा, आदिवासी लोहरा समाज के अध्यक्ष अभय भुटकुंवर, जय आदिवासी समाज के अध्यक्ष निरंजना हेरेंज, मुन्ना टोप्पो, कुंदरसी मुंडा समेत अन्य मौजूद रहे.
छह जनवरी की शाम उत्पाद भवन के हाजत में लगा लगी थी फांसी
बता दें कि उत्पाद विभाग की टीम ने छह जनवरी को नितेश लोहरा समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. चार लोगों से फाइन लेने के बाद उनको छोड़ दिया गया. लेकिन नितेश को उत्पाद भवन के हाजत में बंद कर दिया गया. कथित तौर पर नितेश लोहरा ने छह जनवरी की शाम उत्पाद भवन के हाजत के बाथरूम में लगे हुक में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने आनन-फानन में नितेश लोहरा को सदर अस्पताल ले गये थे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.