Ranchi : बुधवार को होटल बीएनआर में ‘नल से जल’ कार्यशाला आयोजित हुआ. जिसमें पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में नल से जल उपलब्ध कराने में ग्रामीणों का सहयोग लें. उनके बिना यह मिशन सफल नहीं हो सकती है. मिथिलेश ठाकुर ने ग्रामीण क्षेत्र में नल से पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में जोर देते हुए कहा कि, ग्रामीणों के सहयोग से उन्हें शुद्ध जल उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य करें. यूनिसेफ के माध्यम से गांवों में ग्राम जल स्वच्छता कार्यशाला का आयोजन करें. मिथिलेश ठाकुर ने ग्रामीण क्षेत्र में नल से पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में जोर देते हुए कहा कि ग्रामीणों के सहयोग से उन्हें शुद्ध जल उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य करें. यूनिसेफ के माध्यम से ग्राम में ग्राम जल स्वच्छता कार्यशाला का आयोजन करें.
इसे भी पढ़ें –BREAKING : मुख्तार अब्बास नकवी ने मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया
शुद्ध जल देना सरकार की प्राथमिकता
उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत हर घर में नल से शुद्ध जल देना सरकार की प्राथमिकता है. इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए संकल्पित होकर कार्य करना होगा. कहा कि विभाग के अधिकारी, क्षेत्रीय अभियंता और संवेदक संकल्प लेकर इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कार्य करें. साथ ही इस दिशा में आ रही समस्याओं और अड़चनों को दूर करने का प्रयास करें. उन्होंने उत्कृष्ट कार्य करनेवाले पदाधिकारियों और संवेदकों को सम्मानित भी किया.
हर घर नल से जल पहुंचाने की दिशा में तेजी से करें कार्य
मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि हमने अब तक योजना का 21 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त किया है. लेकिन हमने बहुत कम समय में और विषम परिस्थितियों में इस लक्ष्य को प्राप्त किया है, क्योंकि कोविड-19 संक्रमण के दौरान सभी कार्य बाधित हो गए थे और विकास कार्य रुक गया था. फिर भी हमने अपने अधिकारियों से कहा कि सभी तैयारियां पूरी कर लें और जैसे ही कोविड-19 का संक्रमण कम होता है, इस योजना को धरातल पर उतारने में लग जाएं.
संवेदक आवंटित कार्य को गुणवत्तापूर्वक ससमय पूर्ण करायें
मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने संवेदकों से कहा कि जो भी कार्य उन्हें आवंटित किया जाता है, उसे ससमय पूर्ण कराएं. यदि समय से पहले और गुणवत्तापूर्ण कार्य करते हैं, तो उन्हें विभाग की ओर से प्रोत्साहित भी किया जाएगा और कार्य आवंटन में उन्हें प्राथमिकता भी दी जाएगी. उन्होंने कहा कि संवेदक वर्क आर्डर मिलने के साथ ही योजनाओं के पूर्ण करने में आ रही बाधाओं को दूर करने का प्रयास करें. संबंधित विभाग से एनओसी प्राप्त करें ताकि योजनाओं को पूर्ण करने में विलंब ना हो. संवेदक वर्क आर्डर मिलने के साथ ही क्षेत्र की समस्याओं का सर्वे कराएं और संबंधित विभाग से एनओसी प्राप्त करें.
मिशन बड़ा, मिलकर करें काम
विभाग के सचिव प्रशांत कुमार ने कहा कि जल जीवन मिशन काफी बड़ा है और उसे समय पर पूरा करना है. इसके लिए हम सभी को चरणबद्ध तरीके से कार्य करना होगा. लक्ष्य को पूरा करने के लिए विभाग के अधिकारी, क्षेत्रीय अभियंता एवं संवेदक आपस में संवाद स्थापित कर क्षेत्र में आ रही समस्याओं एवं अड़चनों को दूर करने का प्रयास करें. इसी को ध्यान में रखते हुए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है.
60,000 स्कीम, सोलर वाटर बेस्ड स्कीम वाला झारखंड बना पहला राज्य
सचिव ने ग्रामीण क्षेत्रों में जलापूर्ति की दिशा में महत्वपूर्ण योजना बताते हुए कहा कि, ग्रामीण क्षेत्रों में सतही जल के माध्यम से जलापूर्ति की जाएगी. साथ ही गांव के टोले में छोटी-छोटी स्कीम बनाकर सोलर पंप के माध्यम से ग्राउंड वाटर से पानी निकालकर हर घर नल से जल उपलब्ध कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि झारखंड ऐसा पहला राज्य है, जहां 60,000 सोलर वाटर बेस्ड स्कीम बनाया गया है. उन्होंने कहा कि कार्यों को गति मिले इसके लिए थर्ड पार्टी इंस्पेक्टर से भी काम लिया जाएगा. कार्यक्रम में विभाग के इंजीनियर इन चीफ रघुनन्दन प्रसाद सहित पदाधिकारीगण, क्षेत्रीय अभियंता एवं संवेदकों ने भाग लिया.
इसे भी पढ़ें – रांची: मुख्य सचिव सुखदेव सिंह की बेटी के निधन से मर्माहत हैं झारखंड के नेता