Tantnagar (Ganesh Bari) : ईचा खड़कई बांध (ईचा डैम) आदिवासी मुलवासी के लिए विनाशकारी परियोजना है. यह परियोजना हरहाल में रद्द हो. यह बात हो साहित्यकार डोबरो बिरूली ने कोकचो में आयोजित प्रभावित क्षेत्र के रैयतों की बैठक को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा डैम बनने से यहां के आदीवासी व मुलवासी न सिर्फ विस्थापित होंगे बल्कि भाषा, संस्कृति, अस्तित्व पहचान सब मिट जाएगा. उन्होंने कहा मरते दम तक डैम नहीं बनने दिया जायेगा.
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राज्य सरकार डैम परियोजना को रद्द करे – दशकन
ईचा-खड़कई बांध विरोधी संघ के संयोजक दशकन कुदादा ने राज्य सरकार से डैम परियोजना को रद्द करने की मांग की. उन्होंने कहा ईचा डैम सरकार रद्द नहीं करती है तो झामुमो से विश्वास उठ जाएगा. जिससे झारखंडवासी अपने आप ठगा महसूस करेंगे. बैठक में डैम प्रभावित क्षेत्र के रैयतों ने भाग लिया. बैठक में बजाय कालुंडिया, हरिश अल्डा, योगेश कालुंडिया, जीवन पाड़ेया, हरिश चंद्र अल्डा, दुलू अल्डा, बिरसा तापे, डोबरो बिरूली, हरिश चंद्र कालुंडिया, सुरेंद्र बिरूली, आश्विनी महाराणा, तुराम मुन्दूइया, गुलिया कालुंडिया आदि मौजूद थे.
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