Jamshedpur / Chaibasa : कोल्हान विश्वविद्यालय की जमशेदपुर शाखा अब तक साकची स्थित ग्रेजुएट कॉलेज फॉर वीमेंस के पुराने कैंपस में स्थित है. ग्रेजुएट कॉलेज को तो टाटा स्टील की ओर से दूसरी जगह कैंपस निर्माण कर शिफ्ट कर दिया गया है लेकिन विवि की जमशेदपुर शाखा के लिए कोई जगह नहीं मिलने के कारण यह अभी भी यहीं से कार्य कर रहा है. बुधवार को टाटा स्टील की ओर से बिना किसी नोटिस के विश्वविद्यालय शाखा के भवन को बुल्डोजर से तोड़ा जाने लगा. बुल्डोजर ने भवन की बाउंड्री को ध्वस्त कर दिया. इसके विरोध में विश्वविद्यालय शाखा के कोऑर्डिनेटर डॉ आरके चौधरी वहीं जमीन पर धरने पर बैठ गए. करीब दो घंटे तक विवाद चलता रहा. आखिरकार दो घंटे बाद वैकल्पिक जगह देने तक ऑफिस चलते रहने देने की सहमति के बाद मामला शांत हुआ. विश्वविद्यालय प्रशासन इस संबंध में टाटा स्टील को बिना नोटिस कार्रवाई करने पर विरोध पत्र लिखने की तैयारी कर रहा है. दूसरी ओर, टाटा स्टील ने देर शाम अधिकृत बयान जारी कर ब्रांच ऑफिस के लिए नई जगह देने से एक तरह से किनारा कर लिया है.
कुलपति ने की पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त से बात
डॉ आरके चौधरी व अन्य शिक्षकों के धरने पर बैठ जाने के बाद उन्होंने इस बात की जानकारी विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ जयंत शेखर को दी. जिसके बाद कुलपति प्रो गंगाधर पांडा को इसकी सूचना दी गई. कुलपति ने तुरंत पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त को फोन कर मामले की जानकारी दी. उपायुक्त ने टाटा स्टील के वरीय अधिकारियों से इस संबंध में बात की. इस दौरान टाटा स्टील की ओर से बाउंड्री वाल तोड़े जाने की कार्रवाई जारी रही. उपायुक्त से कंपनी के वरीय अधिकारियों से बात होने के बाद टाटा स्टील के चीफ इंफ्रास्ट्रक्चर राजीव कुमार मौके पर पहुंचे और उन्होंने डॉ आरके चौधरी से बात की. जिसके बाद दोनों पक्षों की ओर से दो बिंदुओं पर सहमति बनी.
टाटा स्टील-विवि प्रशासन में क्या बनी सहमति
टाटा स्टील के राजीव कुमार, चीफ, इन्फ्रास्ट्चर और डॉ आरके चौधरी के बीच हुई वार्ता में सहमति बनी कि जबतक टाटा स्टील द्वारा वैकल्पिक क्वार्टर बनाकर नहीं मिलता है, तबतक ब्रांच ऑफिस यहीं रहेगा, और कार्य करता रहेगा. साथ ही ब्रांच ऑफिस की जो बाउंड्री तोड़ी गई है, वह फिर से बना दी जाएगी.
अधिकारियों और शिक्षकों में होती रही बहस
कैंपस तोड़ने पहुंचे टाटा स्टील अधिकारियों और शिक्षकों के बीच काफी देर तक बहस होती रही. गौरतलब है कि पुराने ग्रजुऐट कॉलेज कैंपस के बदले टाटा स्टील ने रेड क्रॉस सोसायटी के समीप नया कॉलेज कैंपस हाल में ही सौंपा था. लेकिन पुराने कैंपस में यूनिवर्सिटी कार्यालय भी स्थित था. कार्यालय बचाने के लिए धरने पर बैठे शिक्षकों का कहना था कि टाटा स्टील से सिर्फ कॉलेज कैंपस को सौंपने पर बात बनी थी. उस वक्त कैम्पस स्थित केयू कार्यालय को सौंपने पर कोई सहमति नहीं बनी थी और ना ही उसके लिए कोई वैकल्पिक जगह दी गई. फिर किस अधिकार के साथ टाटा स्टील कैंपस पर बुल्डोजर चलवा सकती है. वहीं, टाटा स्टील के अधिकारियों का कहना था कि पुराने कैंपस स्थित केयू कार्यालय को कॉलेज प्रबंधन ने टाटा स्टील के सौंप दिया है, इसलिए वे यह कार्रवाई कर रहे हैं.
टाटा स्टील की ओर से जमशेदपुर विश्वविद्यालय शाखा की बाउंड्री तोड़े जाने के बाद कुलपति ने वहां के उपायुक्त से बात की है. फिलहाल वैकल्पिक व्यवस्था होने तक वहां कैंपस चलता रहेगा. विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से बिना नोटिस की गई इस कार्रवाई पर टाटा स्टील को इस संबंध में पत्र भी लिखा जा रहा है.
डॉ पीके पाणी, प्रवक्ता, कोल्हान विश्वविद्यालय
ग्रेजुएट कॉलेज के नए कैंपस में बैंक और ब्रांच ऑफिस का प्रावधान: टाटा स्टील
टाटा स्टील ने देर शाम इस संबंध में अपना अधिकृत बयान जारी कर कहा कि कोल्हान विश्वविद्यालय के साथ हुए एमओयू के अनुसार कंपनी की ओर टैगोर सोसाइटी के बगल में ग्रेजुएट कॉलेज के नए कैंपस का निर्माण कर कॉलेज के प्रोफेसर इंचार्ज को हैंडओवर कर दिया गया है. इस कैंपस में बैंक बिल्डिंग और कोल्हान विश्वविद्यालय के ब्रांच ऑफिस का प्रावधान शामिल था. नवनिर्मित कॉलेज एक अगस्त 2021 से पूरी तरह से अपना कार्य शुरू कर चुका है. एमओयू के अनुसार पुराने कैंपस को टाटा स्टील को सौंप दिया गया है. जिसके बाद पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त की ओर से मिले निर्देश के बाद कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए पुराने कैंपस में कोविड केयर अस्पताल तैयार किया जाना है. इसका कार्य लगभग पूरा होने को है. वर्तमान में जिस भवन के कारण विवाद हुआ वह कोविड केयर अस्पताल निर्माण में बांधक बन रहा था. क्षतिग्रस्त और असुरक्षित बाउंड्रीवॉल का हिस्सा को सुरक्षा कारणों से हटाया गया. चूंकि वहां अस्पताल निर्माण का कार्य चल रहा है इसलिए कांट्रैक्टर के बड़ी संख्या में कर्मचारी कार्य कर रहे हैं. हाल ही में करीम सिटी की ओर क्षतिग्रस्त दीवार गिर गई थी और क्षतिग्रस्त हिस्से को सुरक्षा कारणों से बैरिकेड किया गया है.
क्या ब्रांच ऑफिस को नई जगह देने के समझौते से मुकर गया टाटा स्टील
टाटा स्टील का अधिकृत बयान कई सवाल खड़े कर रहा है. जहां दिन में हंगामे के बाद दोनों पक्षों में इस बात पर सहमति बनी थी कि शाखा ऑफिस के लिए वैकल्पिक व्यवस्था होने तक वह वहां कार्य करता रहेगा, साथ ही क्षतिग्रस्त बाउंड्रीवाल को भी ठीक किया जाएगा. लेकिन टाटा स्टील ने स्पष्ट कर दिया है कि नवनिर्मित ग्रेजुएट कॉलेज कैंपस में ही बैंक और ब्रांच ऑफिस का प्रावधान है. ऐसे में विश्वविद्यालय के आगे का रुख क्या रहता है यह अभी देखना है.
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