Mumbai/Jamshedpur : भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने टाटा स्टील को इसके उत्पाद
, प्रक्रिया और व्यावसायिक इनोवेशन के लिए शीर्ष 25 सर्वाधिक इनोवेटिव भारतीय कंपनियों में शुमार कर पुरस्कृत किया है. प्रस्तुतिकरण की प्रक्रिया के तहत संस्थान में इनोवेटिव कल्चर प्रदर्शित करने के लिए कई मामले प्रस्तुत किए गए. इनमें दो बेहतरीन इनोवेटिव मामले अपनी तरह का पहला 5 टन प्रति दिन कार्बन डायऑक्साइड कैप्चर प्लांट और सिंटर मेकिंग में दुनिया का पहला डिजिटल ट्विन शामिल थे. यह पुरस्कार उन सभी प्रकार की नई प्रक्रियाओं
, उत्पादों
, सेवाओं
, प्रौद्योगिकियों
, इनोवेटिव और दृष्टिकोणों का मूल्यांकन करता है
, जिन्होंने उद्योग के भीतर या पूरे क्षेत्र में ठोस परिणाम दिए हैं या आमूलचूल परिवर्तन किए हैं. टाटा स्टील को डीएसटी-सीआईआई टेक्नोलॉजी समिट 2021 के 27वें संस्करण के दौरान आयोजित एक वर्चुअल अवॉर्ड समारोह में
’सीआईआई इंडस्ट्रियल इनोवेशन अवॉर्ड
’ से सम्मानित किया गया। सीआईआई के पूर्व अध्यक्ष व सीआईआई इंडस्ट्रियल इनोवेशन अवार्ड्स 2021 के अध्यक्ष क्रिस गोपालकृष्णन ने सचिव
, डीएसटी-भारत सरकार डॉ एस चंद्रशेखर के साथ टाटा स्टील को पुरस्कार सौंपा.
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इस सम्मान पर टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (टेक्नोलॉजी एंड न्यू मैटेरियल्स बिजनेस) डॉ देबाशीष भट्टाचार्जी ने कहा कि यह एक सम्मान की बात है कि सीआईआई ने मैन्युफैक्चरिंग और इनोवेशन में उत्कृष्टता के लिए हमें सम्मानित किया है. लार्ज मैन्युफैक्चरिंग कैटेगरी में एक संयुक्त विजेता घोषित किया है. इनोवेशन सामाजिक-आर्थिक विकास का इंजन है और किसी भी उद्योग में व्यवसाय की निरंतरता
, उत्पादकता और भविष्य की तैयारी के लिए एक महत्वपूर्ण लीवर है. हम अपने संस्थान के प्रमुख स्तंभ के रूप में मैन्युफैक्चरिंग
, डिजिटलाइजेशन और सस्टेनेबिलिटी पर फोकस जारी रखेंगे. यह पुरस्कार मूल्य निर्माण और कॉर्पोरेट नागरिकता के लिए एक वैश्विक स्टील उद्योग में बेंचमार्क बनने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है.
कार्बन कैप्चर टेकनोलॉजी अपनाने वाली पहली कंपनी बनी
टाटा स्टील ने सितंबर 2021 में अपने जमशेदपुर वर्क्स में 5 टन प्रतिदिन (टीपीडी) कार्बन कैप्चर प्लांट शुरू किया था. यह ऐसी कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजी अपनाने वाली देश की पहली स्टील कंपनी बनी
, जो सर्कुलर कार्बन इकोनॉमी को प्रोत्सहित करने के लिए ब्लास्ट फर्नेस गैस से सीधे कार्बन डायऑक्साइड निकाल कर कैप्चर किए गए कार्बन डायऑक्साइड का पुनः उपयोग करती है. अपने अगले कदम के रूप में कंपनी का उद्देश्य उपयोग के नए रास्ते के साथ एकीकृत कार्बन डायऑक्साइड कैप्चर इंस्टॉलेशन की उत्क्रमित सुविधाएं स्थापित करना है. सिंटर बनाने की प्रक्रिया में स्टैक उत्सर्जन को कम करने के लिए सिंटरिंग प्रक्रिया की प्रतिकृति
“डिजिटल ट्विन
“ को दुनिया के पहले समाधान के रूप में परिकल्पित किया गया था. इस प्रक्रिया में अधिकतम स्थिरता (सस्टेनेबिलिटी) प्राप्त करने और केपीआई के प्रदर्शन को अधिकतम करने में मदद के लिए नियंत्रण लीवर में सर्वोत्तम संभव परिवर्तन निर्धारित करने के लिए निर्मित एक संज्ञानात्मक सॉफ्ट सेंसर की आवश्यकता होती है. इस स्वदेशी नवाचार ने रिटर्न फाइन और स्टैक उत्सर्जन को 60 प्रतिशत तक कम करने में मदद की. इसके परिणामस्वरूप काफी बचत हुई. टाटा स्टील लगातार इनोवेशन में निवेश कर रही है.
पुरस्कार वितरण समारोह में ये थे उपस्थित
सीआईआई इंडस्ट्रियल इनोवेशन अवार्ड्स 2021 के लिए ग्रैंड जूरी में एस गोपालकृष्णन
, पूर्व अध्यक्ष
, सीआईआई
प्रो वाईएस राजन
, पूर्व अध्यक्ष एनआईटीएम व पूर्व इसरो प्रोफेसर
, प्रो वी रामगोपाल राव
, निदेशक
, आईआईटी दिल्ली
, प्रोफेसर पंकज चंद्र
, कुलपति
, अहमदाबाद विश्वविद्यालय
, प्रो देवांग खाखर
, प्रोफेसर
, आईआईटी बॉम्बे
, डॉ हिमांशु राय
, निदेशक
, आईआईएम इंदौर
, प्रो. गगनदीप कांग
, एफआरएस प्रोफेसर
, क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज
, वेल्लोर
, प्रो. सौमित्र दत्ता
, संस्थापक डीन
, कॉर्नेल विश्वविद्यालय
, प्रो. यू बी देसाई
, संस्थापक निदेशक
, आईआईटी हैदराबाद
, प्रो. ऋषिकेश टी कृष्णन
, निदेशक
, आईआईएम बैंगलोर
, जया पनवलकर
, अध्यक्ष
, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स एसवीएनआईटी
, सूरत शामिल थे. [wpse_comments_template]
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