Ranchi : अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की सचिव तथा निदेशक, प्राथमिक शिक्षा से मुलाकात कर रांची जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीएसई) बादल राज की कार्यशैली पर गहरी नाराजगी जताई.
संघ के मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने बताया कि रांची जिले के लगभग तीन हजार शिक्षकों की वार्षिक वेतन वृद्धि जुलाई माह से रोक दी गई है. शिक्षकों से हिंदी टिप्पण एवं प्रारूपण परीक्षा न देने के कारण प्रथम श्रेणी दंडाधिकारी से शपथ पत्र जमा करने का निर्देश दिया गया है, जो पूरी तरह से नियमविरुद्ध है.
उन्होंने यह भी बताया कि राज्य के अन्य 23 जिलों में शिक्षकों को यह बाध्यता नहीं दी गई है, केवल रांची जिले में यह अलग व्यवस्था की जा रही है.
सचिव और निदेशक ने जताई हैरानी
शिक्षक संघ की बात सुनकर सचिव एवं निदेशक ने इस निर्देश पर हैरानी जताई और कहा कि जब शिक्षकों को ऐसी कोई परीक्षा देनी ही नहीं है तो फिर शपथ पत्र की मांग करना अनुचित है. उन्होंने समस्या की गंभीरता को समझते हुए जल्द समाधान का भरोसा दिलाया और निदेशक, प्राथमिक शिक्षा को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए.
आंदोलन की चेतावनी
- शिक्षकों ने इस मुद्दे को लेकर चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत कर दी है.
- पहले चरण में शपथ पत्र के आदेश की प्रतियां जलाई गईं.
- दूसरे चरण में शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर कक्षा संचालन किया.
- अब तीसरे चरण में 20 सितंबर को एक दिवसीय धरना सह प्रदर्शन की योजना बनाई गई है.
- प्रतिनिधिमंडल में अनूप केशरी, संतोष कुमार, सलीम सहाय, तिगा सहित कई शिक्षक नेता शामिल रहे. ज्ञापन की प्रति क्षेत्रीय शिक्षा
- संयुक्त निदेशक, दक्षिण छोटानागपुर प्रमंडल तथा उपायुक्त, रांची को भी सौंपा गया.
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