Patna: प्रदेश में बेरोजगारी आज भी बड़ी समस्या बनी हुई है. कोरोना काल में बेरोजगारी बद से बदतर हालत में जा पहुंची है. संक्रमण काल में लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा कर दिया है. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार भी हुए हैं. मई के महीने में 1.35 लाख बेरोजगार बढ़े हैं. लोगों की प्रति व्यक्ति आय भी कम हुई है. राष्ट्रीय बेरोजगारी दर 11.9 प्रतिशत और बिहार में बेरोजगारी दर 13.8 प्रतिशत है. बिहार में व्याप्त बेरोजगारी की समस्या को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार पर हमला बोला है.
तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार की रोजगार नीति पर सवाल खड़े किये हैं. उन्होंने बिहार को बेरोजगारी का मुख्य केंद्र बताया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा बिहार में 78 प्रतिशत बेरोजगार ग्रेजुएशन से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट वाले हैं. बेरोजगारी पर नीतीश सरकार को घेरते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि 16 वर्षों की एनडीए सरकार बेरोजगारी बढ़ाने के एक सूत्रीय कार्यक्रम पर ही काम कर रही है. सरकार ने चुनाव के वक्त कहा था कि राज्य के बेरोजगार युवाओं को नौकरी दी जाएगी. एनडीए की सरकार ने 19 लाख नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन अब उस पर कोई चर्चा नहीं की की जा रही है. एनडीए सरकार ने बिहार के युवाओं को ठगने का काम किया है. तेजस्वी यादव ने कुछ पेपर कटिंग को ट्विटर पर शेयर करते हुए यह बातें कही हैं.