Hyderabad : तेलंगाना कांग्रेस की रेवंत रेड्डी सरकार द्वारा रमजान माह में मुस्लिम कर्मचारियों को ऑफिस से एक घंटा पहले जाने की इजाज़त दिये जाने की खबर है. मुख्य सचिव शांति कुमारी ने इससे संबंधित आदेश जारी किया है. आदेश के अनुसार मुस्लिम कर्मचारी रमजान के दौरान एक घंटा पहले ऑफिस से अपने घर जा सकेंगे. रमजान का महीना 1 मार्च या 2 मार्च से शुरू होगा, जो यह चांद दिखने पर निर्भर होगा. रेवंत रेड्डी सरकार के इस आदेश पर भाजपा हमलावर हो गयी है.
शाम 4 बजे अपने कार्यालयों/स्कूलों से जाने की अनुमति
तेलंगाना सरकार द्वारा आदेश में कहा गया है कि सरकार राज्य में काम करने वाले सभी मुस्लिम सरकारी कर्मचारियों/शिक्षकों/कॉन्ट्रैक्ट/आउटसोर्सिंग/बोर्ड/निगमों और सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों को रमजान के पवित्र महीने के दौरान, यानी 2 मार्च से 31 मार्च (दोनों दिन शामिल) तक शाम 4 बजे अपने कार्यालयों/स्कूलों से जाने की अनुमति देती है, ताकि वे आवश्यक नमाज अदा कर सकें, सिवाय उन स्थितियों के जब उपरोक्त अवधि के दौरान सेवाओं की आवश्यकता के कारण उनकी उपस्थिति आवश्यक हो.
2250 किलोग्राम अच्छी गुणवत्ता वाला खजूर मुहैया कराया जायेगा
बता दें कि तेलंगाना अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा ऐतिहासिक मक्का मस्जिद और शाही मस्जिद में रमजान के समय इस साल भी नमाजियों के लिए सभी सुविधाएं मुहैया कराई जायेगी. जानकारी के अनुसार तरावीह की नमाज के लिए खास इंतजाम होंगे. अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने जानकारी दी है कि हैदराबाद के जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा आवश्यकतानुसार 2250 किलोग्राम अच्छी गुणवत्ता वाला खजूर मक्का मस्जिद, चारमीनार, शाही मस्जिद, नामपल्ली और सचिवालय मस्जिद को प्रदान किया जायेगा.
10700 इमाम और मुअज्जिनों को दो माह की सैलरी मिली
तेलंगाना वक्फ बोर्ड ने रमजान को देखते हुए इमामों और मुअज्जिनों के मासिक मानदेय के बकाया भुगतान के लिए राशि जारी की है. राज्य भर के 10700 इमाम और मुअज्जिनों को दो माह के बकाया भुगतान के लिए 15.37 करोड़ रुपये जारी किये गये हैं. बता दें कि इमाम और मुअज्जिनों को हर महीने 5,000 रुपये मानदेय मिलता है. उन्हें पिछले चार महीनों से मानदेय नहीं मिला था.
हिंदू नवरात्रि में उपवास करते हैं, उन्हें रियायत नहीं दी जाती : भाजपा
रेवंत रेड्डी सरकार के इस आदेश पर भाजपा हमलावर हो गयी है. भाजपा प्रवक्ता अमित मालवीय ने एक्स पर पोस्ट किया. तुष्टिकरण का कीड़ा तेलंगाना की कांग्रेस सरकार पर हमला कर रहा है, जिसने रमज़ान के दौरान मुस्लिम राज्य कर्मचारियों के लिए काम के घंटों में छूट को मंजूरी दे दी है. जब हिंदू नवरात्रि के दौरान उपवास करते हैं तो उन्हें कभी भी ऐसी कोई रियायत नहीं दी जाती. यह प्रतीकात्मकता किसी एक समुदाय की धार्मिक मान्यताओं के प्रति संवेदनशील होने के बारे में नहीं है, बल्कि उन्हें महज वोट बैंक तक सीमित करने के बारे में है. इसका विरोध होना चाहिए.
भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने इसे तुष्टिकरण की राजनीति करार दिया
भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने इसे तुष्टिकरण की राजनीति करार देते हुए सवाल किया, यदि यह तुष्टिकरण नहीं है, तो क्या है? पार्टी प्रवक्ता एनवी सुभाष ने कहा कि सरकार को सभी धर्मों के प्रति समान दृष्टिकोण अपनाना चाहिए. उन्होंने तर्क दिया, हिंदू, ईसाई और अन्य धर्मों के लोग भी उपवास रखते हैं; सरकार उन्हें ऐसी रियायतें क्यों नहीं देती? सुभाष ने कांग्रेस सरकार की नीतियों को विभाजनकारी बताते हुए कहा, यह तेलंगाना कांग्रेस सरकार की वोट बैंक की राजनीति है. कहा कि भाजपा ऐसी भेदभावपूर्ण नीतियों का विरोध जारी रखेगी.
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