Search

रघुवर दास बताएं, शेखर अग्रवाल कौन है, क्यों कोयला कंपनियों में उनके परिजनों को पार्टनरशिप दिया जाता था :  जेएमएम

Nitesh Ranchi  :  पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बीते दिनों हेमंत सरकार पर आरोप लगाया था कि संथाल में सत्ताधारी दल के दो भाइयों में बालू, पत्थर और कोयले के धंधे का बंटवारा हुआ है. इस पर सोमवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा ने जोरदार पलटवार किया है. पार्टी महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि जिस तरह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में खनिज संपदा की लूट मची थी, वह आज जब बंद हो गयी, तो वे तिलमिला उठे हैं. जेएमएम नेता ने पूछा है कि रघुवर दास बताएं कि कोयला माइनिंग एक्सप्लोरेशन का काम कर बड़ी निजी कंपनियों में आखिर किस तरह से उनके परिजनों को पार्टनरशिप दिलाया जाता था. उन्होंने यह भी पूछा कि आखिर यह शेखर अग्रवाल कौन है. उनका इनके साथ क्या रिश्ता है. उनके परिजन शेखर अग्रवाल के दोस्त कैसे हैं. इसे भी पढ़ें – JMM–CONG">https://lagatar.in/to-strengthen-the-jmm-cong-government-a-common-minimum-program-should-be-implemented-honestly-emphasis-on-removing-the-communication-gap-avinash-pandey/">JMM–CONG

सरकार की मजबूती के लिए कॉमन मिनिमम प्रोग्राम हो ईमानदारी से लागू, कम्यूनिकेशन गेप दूर करने पर जोर- अविनाश पांडेय

फर्जी केस करा कर पूर्व सीएम अपना काम साधते थे

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सभी जानते हैं कि किस तरह से निजी कंपनियों पर फर्जी केस करा कर पूर्व सीएम अपना काम साधते थे. अपने कार्यकाल में निजी कंपनियां, जिसे सरकार द्वारा लीज दी गयी थी, उस पर फर्जी केस किया जाता था. इसका स्पष्ट उदाहरण बोकारो की ग्रेड माइनिंग है. इसी तरह शाह ब्रदर्श को लाभ पहुंचाने के लिए किस तरह से टाटा स्टील पर उनका बकाये को खत्म किया गया था. क्योंकि तत्कालीन महाधिवक्ता ने हलफानामा दाखिल कर बताया था कि यह काम उनके निर्देश पर ही हुआ है. इसी तरह से किस तरह उनके शासनकाल में जमीन के नीचे और ऊपर के संसाधनों को कौड़ी के दाम में अडाणी, टाटा, शाह ब्रदर्श को बेच दिया. लेकिन उसने सेल को कोई मदद नहीं पहुंचायी.

संविदा के नाम पर भर्ती में बाहरी लोगों को घुसाया जाता था

उन्होंने कहा कि झारखंड को पूरी तरह से बर्बाद करने का काम रघुवर दास सरकार ने किया है. किस तरह संविदा के नाम पर भर्ती में बाहरी लोगों को घुसाया जाता था. आज सरकार जब परमानेंट नियुक्ति को लेकर काम कर रही है, तो उनके पेट में दर्द हो रहा है. आज हेमंत सरकार आदिवासी- मूलवासियों को परमानेंट नियुक्ति दिलाने की दिशा में काम कर रही है. उन्होंने कहा कि रघुवर दास हों,  दीपक प्रकाश या बाबूलाल मरांडी हों, सभी नेता हेमंत सरकार की उपलब्धि को नहीं पचा पा रहे हैं.

रविंद्र राय बोकारो में कार्यक्रम को उकसाने के लिए  पहुंचे थे

वहीं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व सांसद रविंद्र राय पर रविवार को बोकारो में हुए हमले मामले पर भी जवाब दिया. कहा कि पूर्व सांसद रविंद्र राय आदिवासी- मूलवासी के पूर्व घोषित कार्यक्रम को उकसाने के लिए वहां पहुंचे थे, जिस वजह से उनके साथ इस तरह की घटना घटी. जेएमएम नेता ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की वकालत की. इससे यह पता चल जायेगा कि पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र राय के द्वारा लोगों को भड़काया गया था. जिस वजह से उनके साथ इस तरह की घटना घटी. इसे भी पढ़ें – कोरोना">https://lagatar.in/reduction-in-corona-now-treatment-of-kovid-patients-will-be-done-on-the-third-floor-of-sadar-hospital/">कोरोना

केस में कमी, अब सदर अस्पताल के तीसरे तल्ले पर होगा कोविड मरीजों का इलाज
[wpse_comments_template]

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp