Jodhpur : राजस्थान के जोधपुर में ईद से पहले दो समुदायों के लोगों के बीच झंडे को लेकर सांप्रदायिक तनाव की स्थिति पैदा हो गई. तनाव इतना बढ़ गया कि दोनों समुदायों के बीच भीषण पत्थरबाजी हुई, जिसमें थानेदार समेत तीन पुलिसकर्मी और 4 पत्रकार घायल हो गए. फिलहाल हालात पर काबू पाने के लिए यहां की इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई है. रात करीब एक बजे से जोधपुर में सभी इंटरनेट सेवाएं बंद है. तनाव के बाद मंगलवार को 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया. हालात पर काबू पाने के लिए जोधपुर के कार्यपालक मजिस्ट्रेट राजकुमार चौधरी ने शहर के दस थाना क्षेत्रों, उदयमंदिर, सदर कोतवाली, सदर बाजार, नागोरी गेट, खांडा फलसा, प्रतापनगर, प्रतापनगर सदर, देवनगर, सूरसागर व सरदारपुरा में मंगलवार दोपहर एक बजे से बुधवार मध्यरात्रि तक कर्फ्यू लगाने के आदेश जारी किए.
12 घंटे में तीन बार दो पक्षों में झड़प
बताया गया कि 12 घंटे में तीन बार दो पक्षों में झड़प हुई. विवाद की शुरुआत सोमवार आधी रात के बाद हुई जब कुछ लोग ईद पर जालोरी गेट के पास एक चौराहे पर धार्मिक झंडे लगा रहे थे. इन लोगों ने चौराहे में स्थापित स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा पर झंडा लगाया, जिसका कुछ लोगों ने विरोध किया. लोगों ने आरोप लगाया कि वहां परशुराम जयंती पर लगाए गए ध्वज को हटाकर इस्लामी ध्वज लगाया गया, इसको लेकर दोनों गुट के लोग आमने सामने आ गए और झड़प हो गई. हिंसा की एक घटना बीजेपी विधायक सूर्यकांत व्यास के घर के बाहर हुई. उपद्रवियों ने घर के बाहर खड़े वाहनों को आग लगा दी और विधायक के घर के बाहर हंगामा किया. इन घटनाओं के बाद गहलोत सरकार ने डीजीपी और वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई है.
फिलहाल हालात काबू में
पुलिस नियंत्रण कक्ष के अनुसार स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन पथराव में पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. फिलहाल हालात काबू में कर लिए गए और मंगलवार यानी आज सुबह जालोरी गेट के पास ईदगाह पर ईद की नमाज अदा की गई, लेकिन नमाज के बाद कुछ लोगों ने वहां खड़े वाहनों पर पथराव किया. इसमें कुछ गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई.
सीएम ने शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की और उच्च स्तरीय बैठक के बाद हालात पर काबू पाने के लिए गृह राज्यमंत्री राजेंद्र यादव सहित आला अधिकारियों को तत्काल जोधपुर जाने के निर्देश दिए.
राजस्थान में सभी समाज और धर्मों के लोग सभी त्योहारों को प्रेम और भाईचारे से मनाते आए हैं और विशेषकर जोधपुर अपनी अपनायत के लिए जाना जाता है। यह परंपरा बनी रहनी चाहिए।
मेरी आमजन से शांति बनाए रखने की अपील है।
2/2— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 3, 2022
हिंसा को लेकर राजनीति भी शुरू
जालौरी गेट और कबूतर चौक इलाके में हुई हिंसा के लिए कांग्रेस जहां बीजेपी को दोषी ठहरा रही है तो वहीं बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि एक सनकी साजिश के तहत जोधपुर में ये सब हो रहा है. मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ‘जोधपुर में एक सनकी साजिश के तहत यह सब हो रहा है. राजस्थान सरकार के लिए धर्मनिरपेक्षता बस एक वोट बैंक का जरिया रह गया है. राजस्थान सरकार अपनी साजिश में ही फंस कर रह गई है.’
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