ने रांची नगर निगम पर लगाया 20 हजार का जुर्माना, होटल सेंटर पॉइंट की सील खोलने का दिया आदेश [caption id="attachment_232283" align="aligncenter" width="600"]
alt="" width="600" height="400" /> ट्रांसपोर्टर, सोनू अग्रवाल[/caption]
जानें कौन से कारोबारी व उग्रवादी एनआईए के रडार से हैं दूर
- टीपीसी सुप्रीमों ब्रजेश गंझू : एनआईए ने ब्रजेश गंझू को मोस्ट वांटेड घोषित किया हैं. ब्रजेश गंझू पर पांच लाख का इनाम घोषित किया है.
- टीपीसी उग्रवादी आक्रमण गंझू : एनआईए आक्रमण मोस्ट वांटेड घोषित करते हुए तीन लाख का इनाम घोषित किया है.
- टीपीसी उग्रवादी भीखन गंझू : एनआईए ने भीखन को मोस्ट वांटेड घोषित किया है.
- कोयला कारोबारी विनीत अग्रवाल
- ट्रांसपोर्टर सोनू अग्रवाल उर्फ अमित अग्रवाल
alt="" width="600" height="400" /> भीखन गंझू, उग्रवादी[/caption] इसे भी पढ़ें - आज">https://lagatar.in/sukhdev-bhagat-and-pradeep-balmuchu-will-join-congress-today-will-return-home-at-2-pm/">आज
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क्या है कोयला कारोबारियों पर आरोप
[caption id="attachment_232286" align="aligncenter" width="600"]alt="" width="600" height="400" /> ब्रजेश गंझू[/caption] चतरा में आम्रपाली-मधग कोल परियोजना शुरू होने के बाद उग्रवादी आक्रमण गंझू द्वारा एक शांति समिति बनायी गयी थी. यह समिति अलग-अलग गांवों के हिसाब से ट्रांसपोर्टरों से प्रति टन 240 रुपए लेती थीं. महेश अग्रवाल, विनीत अग्रवाल व सोनू ने उग्रवादी से संपर्क कर अपने कारोबार को चलाने के लिए पैसे दिए. लोडिंग एवं खनन के लिए कार्य कर रही कंपनियों पर नक्सली संगठनों को आर्थिक मदद पहुंचाने समेत कई गंभीर आरोप लगे हैं. इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए कर रही है. इसे भी पढ़ें - संसद">https://lagatar.in/presidents-address-in-parliament-corona-increased-difficulties-india-is-the-country-with-the-highest-vaccination/">संसद
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NIA ने CCL कर्मी सुभान सहित 14 आरोपियों के खिलाफ़ चार्जशीट दाखिल की है
चतरा जिला के टंडवा थाने में दर्ज प्राथमिकी 22/18 को एनआईए ने टेकओवर करते हुए जांच शुरू की थी. यह मामला सीसीएल, पुलिस, उग्रवादी और शांति समिति के बीच समन्वय को लेकर लेवी वसूली से संबंधित है. एनआईए ने सीसीएल कर्मी सुभान खान सहित 14 आरोपियों के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल की थी. चार्जशीट में लिखा था कि टीएसपीसी को लेवी देने के लिए ऊंची दर पर मगध व आम्रपाली कोल परियोजना से कोयला ढुलाई का ठेका लिया गया था. इसमें टीएसपीसी उग्रवादी आक्रमण जी ने अनुशंसा की थी और ट्रांसपोर्टर सुधांशु रंजन उर्फ छोटू सिंह को ठेका मिला था. इसमें मिली राशि का बड़ा हिस्सा टीपीसी को जाता था. इसे भी पढ़ें -अधिवक्ता">https://lagatar.in/advocate-hemant-sikarwar-attack-case-cctv-footage-revealed-khan-family-was-assaulted-over-land-dispute/">अधिवक्ताहेमंत सिकरवार हमला मामला : सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा, जमीन विवाद को लेकर खान परिवार के साथ हुई थी मारपीट
बिंदू गंझू ने किया था खुलासा
टीपीसी के लिए लेवी की वसूली करने वाले मुख्य सरगना बिंदेश्वर गंझू उर्फ बिंदू गंझू को एनआइए ने रांची से गिरफ्तार किया था. सूत्रों के मुताबिक, उसने ही लेवी देनेवाले ट्रांसपोर्टरों और कंपनियों के नाम का खुलासा किया था. एनआइए को उसने यह भी बताया था कि लेवी के पैसे का हिस्सा पुलिस के आला अफसरों से लेकर नेताओं तक पहुंचाया जाता है. उसकी गिरफ्तारी के बाद हजारीबाग से इनामी उग्रवादी कोहराम और चतरा से मुनेशजी की गिरफ्तारी हुई थी. इसे भी पढ़ें -JSSC">https://lagatar.in/requisition-has-been-sent-to-jssc-for-appointment-on-4142-vacancies-cm-can-review-today/">JSSCको भेजी गई है 4142 रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए अधियाचना, सीएम आज कर सकते हैं समीक्षा [wpse_comments_template]

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