सुजीत सिन्हा समेत 17 लोगों पर पहले एनआईए कर चुकी है चार्जशीट
एनआईए ने लातेहार में PLFI उग्रवादी संगठन द्वारा जबरन वसूली के मामले में 17 लोगों पर बीते पांच अगस्त 2021 चार्जशीट दायर की थी. एनआईए की विशेष कोर्ट में यह चार्जशीट दायर की गयी थी. PLFI उग्रवादी संगठन के जबरन वसूली के मामले में आर्म्स एक्ट और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत यह चार्जशीट दायर की गयी थी. जिन लोगों के पर चार्जशीट दायर की गयी है, उनमें सुजीत सिन्हा, अमन साहू, प्रदीप गंझू, संतोष गंझू, बिहारी गंझू, सकेंद्र गंझू, प्रमोद गंझू, बाबूलाल तिवारी, अजय तूरी, संतोष कुमार उर्फ बंटी यादव, प्रभात कुमार यादव उर्फ डिंपल यादव, प्रीतम कुमार उर्फ चीकू, संतोष कुमार यादव, जसीम अंसारी, वसीम अंसारी, मजीबुल अंसारी और जहीरुद्दीन अंसारी के नाम शामिल थे. इसे भी पढ़ें-जमशेदपुर:">https://lagatar.in/jamshedpur-filter-plants-motor-burnt-water-supply-stopped-in-bagbera-housing-colony-people-in-rage/">जमशेदपुर:फिल्टर प्लांट का मोटर जला, बागबेड़ा हाउसिंग कालोनी में जलापूर्ति बंद, लोगों में त्राहिमाम
NIA कर रही तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी की जांच
एनआईए लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र स्थित तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी और गोलीबारी के मामले की जांच कर रही है. एनआईए की रांची ब्रांच ने कांड संख्या आरसी 01/ 2021 दर्ज किया है. इस मामले की जांच एनआईए के डीएसपी रैंक अधिकारी कर रहे हैं. एनआईए ने आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 353, 504, 506, 307, 427, 335, 386, 387, 120 बी 121ए और 216 शामिल है. आर्म्स एक्ट धारा 25 (1) (b), 26, 27 और 35. विस्फोटक अधिनियम की धारा 3 और 4. यूएपीए धारा 10, 13, 16 (1), 20 और 23 इसके अलावा सीएलए धारा 17 के तहत मामला दर्ज किया गया है. जांच में यह बात सामने आयी है कि अपराधी सुजीत सिन्हा और अमन साहू ने शाहरुख और प्रदीप गंझू समेत अन्य उग्रवादियों के साथ मिलकर हत्या, जबरन वसूली और आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए धन जुटाने के लिए कई साजिश रची थी. बताया गया कि यह उग्रवादी गिरोह कोयला परिवहन क्षेत्रों में हत्या और आतंक पैदा करने के लिए एके-47 सहित कई अत्याधुनिक स्वचालित हथियार खरीद रहा है. धनबाद और रांची के जेलों से इन नापाक हरकतों को अंजाम देने की साजिश रची जा रही थी. इसे भी पढ़ें-बजट">https://lagatar.in/budget-session-deepak-prakash-said-leader-of-opposition-is-not-following-speaker-babulal-at-the-behest-of-the-government-it-is-the-murder-of-democracy/">बजटसत्र : दीपक प्रकाश ने कहा, सरकार के इशारे पर स्पीकर बाबूलाल को नहीं मान रहे नेता प्रतिपक्ष, यह लोकतंत्र की हत्या

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