Ranchi : शराब और जमीन घोटाला मामलों में आरोपित निलंबित आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे के करीबी माने जाने वाले कारोबारी विनय कुमार सिंह के खिलाफ एसीबी की जांच अब और तेज हो गई है. विनय कुमार सिंह, जो महिंद्रा की 'नेक्सजेन ऑटोमोबाइल' कंपनी के मालिक हैं, उन्हें एसीबी ने बीते 25 सितंबर को गिरफ्तार किया था.
एसीबी अब उन कथित चर्चा की भी गोपनीय तरीके से छानबीन कर रही है, जिसमें यह कहा जा रहा है कि शराब घोटाला केस में गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बावजूद विनय सिंह को पहले गिरफ्तार नहीं किया गया था. इस कथित लापरवाही का लाभ उठाकर विनय सिंह ने शराब घोटाला मामले में जमानत हासिल कर ली थी.
एसीबी के वरिष्ठ अधिकारियों को यह जानकारी मिली है कि विनय सिंह की तलाश में दिल्ली गई एसीबी की टीम ने उनके विरुद्ध कार्रवाई करने में कहीं न कहीं लापरवाही बरती थी. एसीबी इस मामले में शामिल अपने ही अधिकारियों की भूमिका की भी जांच कर रहा है.
विनय कुमार सिंह पर निलंबित आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे के काले धन को निवेश करने का आरोप है. उल्लेखनीय है कि ईडी की जांच में भी यह खुलासा हुआ था कि विनय चौबे की पत्नी स्वप्ना संचिता ने विनय सिंह की कंपनी 'नेक्सजेन' में कंसल्टेंट के तौर पर काम किया और इसके एवज में विनय सिंह ने छह साल के भीतर उनके खाते में 1.26 करोड़ रुपये का भुगतान किया था.
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