Ranchi : लंबे समय तक शांत रहने के बाद एक बार फिर सुजीत सिन्हा गिरोह की सक्रियता बढ़ रही है. पिछले पांच दिनों के दौरान राज्य के अलग-अलग जिले में सुजीत सिन्हा गिरोह का नाम रंगदारी मांगने और गोलाबारी में सामने आ चुका है. गौरतलब है कि रांची सहित झारखंड के तमाम जेलों में बंद कुख्यात अपराधी मोबाइल फोन इस्तेमाल कर रहे हैं, यह जग जाहिर है. पहले भी अपराधियों द्वारा जेल से रंगदारी मांगे जाने के भी कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन यह जानकर हैरानी जरूर होगी कि जेलों में जब पुलिस प्रशासन की टीम छापेमारी करने जाती है तो, मोबाइल फोन बरामद नहीं होते हैं.
रांची में सुजीत सिन्हा गिरोह ने की गोलीबारी
रांची के ओरमांझी में सुजीत सिन्हा गैंग ने 22 नवंबर को गोलीबारी की वारदात को अंजाम दिया था. इस गोलीबारी में आजाद अंसारी और जावेद अंसारी को गोली लगी थी. फिलहाल दोनों अस्पताल में भर्ती है. पुलिस को जांच में यह जानकारी मिली है कि जमीन कारोबारी से सुजीत सिन्हा गिरोह ने रंगदारी की मांग की थी.
पलामू में भी सुजीत सिन्हा गिरोह ने मांगी थी रंगदारी!
पलामू पुलिस ने सुजीत सिन्हा गिरोह के दो सदस्यों को 25 नवंबर गिरफ्तार किया था. इन पर व्यापारियों को धमकी देने का आरोप है. छतरपुर के एसडीपीओ अवध प्रसाद यादव ने सोमवार को यह जानकारी दी थी. गैंगस्टर सुजीत सिन्हा गिरोह के दोनों सदस्य छतरपुर थाना क्षेत्र के पत्थर खदान और क्रशर मालिकों से रंगदारी मांगते थे. साथ ही धमकी भरा मैसेज भी भेजते थे.
झारखंड में ये अपराधिक गिरोह है सक्रिय :
- – अमन साहू गिरोह : रांची, लातेहार, रामगढ़, चतरा और हजारीबाग.
- – सुजीत सिन्हा गिरोह: रांची, पलामू.
- – प्रिंस खान गिरोह : धनबाद, बोकारो.
- – विकास तिवारी गिरोह : हजारीबाग रामगढ़.
- – अमन श्रीवास्तव गिरोह : रामगढ़, हजारीबाग.
- – अखिलेश सिंह गिरोह : जमशेदपुर.