Ranchi : नगर निगम ने पंडाल के पास लगे ठेले, खोमचे, दुकानों से 10 रुपये से 200 रुपए प्रतिदिन कचरा यूजर्स चार्ज के रूप में वसूलने का निर्णय लिया. जिसका विरोध शुरू हो गया है. निगम के इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए झारखंंड चेंबर ऑफ कॉमर्स ने कहा कि यह तुगलकी फरमान स्वीकारयोग्य नहीं है. चेंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री ने कहा कि गरीब ठेले, खोमचे और खिलौने आदि बेचने वालों से वसूली का निर्णय अमानवीय है. पूरे साल ये लोग इंतजार करते हैं कि पूजा के दौरान लगने वाले मेले से कुछ आमदनी हो जाएगी, जिससे परिवार की कुछ जरूरतें पूरी कर पाएंगे, मगर निगम ने जो निर्णय लिया है, वह तुगलकी फरमान है.
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कोरोना के कारण दो साल नहीं मिला कमाने का अवसर
किशोर मंत्री ने कहा कि कोविड महामारी के कारण पिछले दो साल दुर्गा पूजा पाबंदी के साथ मनाई गई, जिस कारण उन्हें रोजगार का अवसर नहीं मिला. बड़ी उम्मीद से ये लोग पूजा के दौरान अपनी दुकान लगाते हैं. बारिश की संभावना से ये लोग पहले ही सशंकित हैं, उपर से निगम का यह फरमान उनकी परेशानी बढ़ा रही है. इन दुकानदारों की वजह से मेला रौनक लगता है. निगम अगर ऐसे समय में ठेले, खोमचे वालों की मदद की पहल करता यह सम्मान की बात होती.
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नियमित सफाई व्यवस्था के नाम पर हो रही केवल खानापूर्ति
चेंबर अध्यक्ष ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि शहर के कई इलाके बारिश में जलमग्न हैं. नियमित सफाई व्यवस्था के नाम पर केवल खानापूर्ति हो रही है. बड़ी बात यह कि निगम के लिए इन ठेलों, खोमचे से वसूली जानेवाली रकम नगण्य है. चिंता की बात यह भी कि निगम के पास ऐसी कौन सी टीम है, जो इन 13 हजार ठेलों, दुकानों से प्रतिदिन वसूली कर सके. इससे ऐसा प्रतीत होता है कि निगम के इस निर्णय से केवल भयादोहन होगा. उन्होंने कहा कि निगम प्रशासन को अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए. उन्होंने इस मामले में महापौर और उप महापौर से वार्ता की बात भी कही.
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