- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट का सीएम ने किया खंडन.कहा- झारखंड में वैक्सीन बर्बादी का प्रतिशत मात्र 4.63
- मिथलेश ठाकुर ने कहा- आधी अधूरी जानकारी देकर जनता को गुमराह ना करें बाबूलाल
Ranchi: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने ट्विटर पर सभी जिलों को दी गयी और वेस्ट हुई वैक्सीन का आंकड़ा जारी किया है. आंकड़ा जारी करने का उद्देश्य केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की उस रिपोर्ट का खंडन करना है, जिसमें बताया गया कि झारखंड जैसे राज्यों में 37.3 फीसदी वैक्सीन की बर्बादी दर्ज की गई है. मुख्यमंत्री ने जिलावार आंकड़ा जारी कर बताया है कि राज्य सरकार के पास अबतक टीके की कुल खुराक की उपलब्धता के अनुसार, वैक्सीन की बर्बादी का अनुपात केवल 4.65 प्रतिशत है. तकनीकी कठिनाइयों के कारण टीकाकरण डेटा को केंद्रीय को-विन सर्वर पर पूरी तरह से अपडेट नहीं किया जा सका है. अपडेशन प्रक्रिया में है. राज्य सरकार द्वारा जिलों को 48.63 लाख टीके की आपूर्ति की गई है. जिलों द्वारा अबतक 42.07 लाख टीकों का उपयोग किया गया है.जिलों में कुल टीके की कवरेज को देखें तो वह 40.12 लाख है, जबकि बर्बादी का प्रतिशत 4.63 है.
वहीं केंद्रीय रिपोर्ट पर हेमंत सरकार के मंत्रियों ने भी पलटवार किया है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि झूठ फरेब और जुमलेबाजी के सहारे केन्द्र सरकार झारखंड को बदनाम कर रही हैं.आंकड़ों के बाजीगरी और फर्जी आंकड़े जारी करने का क्या मकसद हैं? क्या इसी तरह के फर्जी आंकड़ों के साथ पूरे देश को गुमराह किया जा रहा है?
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मिथिलेश ठाकुर ने कहा है कि आधी अधूरी जानकारी देकर जनता को गुमराह ना करें बाबूलाल मरांडी. राज्य में वैक्सीन वेस्टेज लगभग 4.5% है जो अन्य राज्यों से काफी कम है. कोविन पोर्टल पर डाटा अपडेट होते ही हकीकत सामने आ जाएगी. उन्होंने कहा है कि विगत 6 मई की इंडिया टुडे की रिपोर्ट में यह आंकड़ा 3.12 % है.
मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य सरकार टीकों की कम से कम बर्बादी सुनिश्चित तो कर ही रही है, साथ ही यथासंभव उपलब्ध वैक्सीन खुराक का अधिकतम उपयोग करने का प्रयास कर रही है. राज्य के सुदूरवर्ती और अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण जागरूकता अभियान के साथ इसे और कम करने का प्रयास किया जा रहा है.
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकडो़ं के अनुसार झारखंड को सप्लाई हुई कुल वैक्सीन का 37.3 प्रतिशत बर्बाद हुआ है वहीं छत्तीसगढ़ को सप्लाई की गई वैक्सीन का 30.2 प्रतिशत बर्बाद हुआ है.
वहीं इस मामले पर चंपई सोरेन ने कहा है कि पता नहीं बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी को ऐसा आंकड़ा कौन देता है. इन आंकड़ों को देखकर एक बच्चा भी बता देगा कि झारखंड देश में वैक्सीन की सबसे कम वेस्टेज वाले राज्यों के एक है. कहीं ऐसा तो नहीं, कि “बाहरी” मानकर कोई आपको बदनाम करना चाहता है? बता दें कि एएनआई ने भी अपने ट्वीट में संशोधन किया है. पहले समाचार एजेंसी एएनआई ने झारखंड में वैक्सीन वेस्ट का आंकड़ा 37.3 प्रतिशत दिखाया था, जिसे बाद में संशोधन करके 4.65 प्रतिशत कर लिया है.