Ranchi: रामगढ़ और हजारीबाग पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए शनिवार को कुजू थाना क्षेत्र के मुरपा में एनकाउंटर में बदमाश आलोक तुरी उर्फ राहुल तुरी को मार गिराया. साथ ही इसके संग मौजूद एक बदमाश को गिरफ्तार किया गया है. मारा गया अपराधी आलोक ने बीते आठ जनवरी को उरीमारी के पोटंगा गांव में सीसीएलकर्मी सह जेएमएम नेता संतोष सिंह की हत्या और 21 दिसंबर को रांची के खलारी में तीन हाइवा में आगजनी का जिम्मेदारी भी लिया था. रामगढ़ जिले के एसपी अजय कुमार ने बताया कि मारे गए आलोक तुरी पर 20-25 से अधिक मामले दर्ज हैं. पकड़े गए अपराधी के पास से एक झोला मोबाइल फोन जब्त किया गया है, जिससे वो कारोबारी और ठेकदारों को धमकी देने में उपयोग करता था.
एक के बाद एक घटना को अंजाम देकर पुलिस को दे रहा था चुनौती
एसपी अजय कुमार ने बताया कि आलोक उर्फ राहुल तूरी के रूप में की गई, जो रांची, हजारीबाग और रामगढ़ में आतंक का पर्याय बना हुआ था. वो टीपीसी संगठन का सदस्य रह चुका है. वहीं, गिरफ्तार अपराधी आकाश करमाली है. इस पर भी पूर्व में मामला दर्ज है. जो भागा है, उसकी पहचान अभी नहीं हो सकी है. घटना की गंभीरता को देखते हुए दोनों जिलों के एसपी खुद मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया.
घटना को अंजाम देने जा रहा था राहुल तुरी
जानकारी के मुताबिक हजारीबाग जिले के चरही थाना की पुलिस को सूचना मिली थी कि अपराधी राहुल तूरी उर्फ आकाश तुरी अपने साथी के साथ मुरपा क्षेत्र में बाइक से किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए पहुंचा हुआ है. इसी सूचना पर पीछा करते हुए चरही थाना की पुलिस अपने साथ एक सब इंस्पेक्टर के साथ मुरपा के घने जंगल वाले क्षेत्र में पहुंचे, इस दौरान राहुल पहले तो भागने लगा और भागने के दौरान उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. जिसके बाद जान बचाने के लिए चरही थाना प्रभारी गौतम और सब इंस्पेक्टर मुकेश ने दूसरी ओर से फायरिंग की और इस फायरिंग में राहुल तुरी को गोली लगी और वह मौके पर मारा गया वहीं उसका एक साथी को पुलिस ने पकड़ लिया.
रांची के खलारी में तीन हाइवा को किया था आग के हवाले
मारा गया अपराधी राहुल तुरी उग्रवादी संगठन टीपीसी से अलग होकर राहुल ने आलोक गिरोह नाम का संगठन खड़ा किया था. रांची के बुढ़मू और खलारी इलाके में आगजनी और गोलीबारी की कई वारदातों को राहुल तुरी के द्वारा अंजाम दिया गया था. बुढ़मू में जब राहुल के द्वारा छप्पर बालू घाट पर हमला किया गया, उसके बाद उसके खिलाफ इश्तहार जारी किया गया. इश्तहार जारी करने के विरोध में राहुल गिरोह के अपराधियों ने खलारी में तीन हाइवा को आग के हवाले कर दिया था.
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