निकाय चुनाव होने से जनहित की समस्याएं जनप्रतिनिधि आसानी से दूर कर सकेंगे: अरुण झा
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alt="" width="600" height="400" /> निवर्तमान पार्षद एवं हाईकोर्ट में पीटीशनर अरुण कुमार झा ने कहा कि जो शेड्यूल हाईकोर्ट ने निकाय चुनाव के लिए तय किया है, उसे जनहित में पूरा करना चाहिए. जनहित के ऐसे कार्यों से शहर की जो मूलभूत सुविधाएं ओझल हो गई हैं, वे धीरे-धीरे फिर से बहाल होंगी. शहर की हजारों स्ट्रीट लाइटें लंबे समय से खराब पड़ी हैं. जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र से लेकर सड़क और नाली की सफाई तक, बहुत से कार्य ठीक से नहीं हो पा रहे हैं. चुनाव होने की खबर से हम पूर्व पार्षदों से ज्यादा जनता खुश है, क्योंकि चुनाव के बाद उन्हें अपना जनप्रतिनिधि मिलेगा, जो उनके वार्ड क्षेत्रों की मूलभूत समस्याओं को हल करने में उनका सहयोग करेगा. अरुण झा ने यह भी कहा कि 12 नगर निकायों में से लगभग 6 साल से चुनाव नहीं हुए हैं, जिनमें बड़े निकाय जैसे धनबाद और देवघर भी शामिल हैं. निकाय चुनाव होने से शहर के विकास कार्यों में गति आएगी.
चुनाव होने से शहर का विकास कार्य गति पकड़ेगा, जनता भी खुश है: मो असलम
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alt="" width="600" height="400" /> पूर्व पार्षद मो असलम ने कहा कि हमने सभी पूर्व पार्षदों के साथ पीआईएल दायर किया था. हाईकोर्ट के फैसले से हम सभी पूर्व पार्षदों और शहर की जनता को बहुत खुशी है. राज्य सरकार ने 4 महीने में चुनाव कराने का लक्ष्य तय किया है. शहर के जो विकास कार्य लंबित हैं, चुनाव होने के बाद वार्ड स्तर पर वे कार्य गति पकड़ेंगे. पानी, स्ट्रीट लाइट, गली-मोहल्लों की सफाई, सड़क निर्माण जैसी छोटी-छोटी समस्याओं का समाधान किया जाएगा, जिससे शहर का विकास होगा और जनता की परेशानियां दूर होंगी.
53 वार्डों को मिल जाएगा अपना प्रतिनिधि, जनहित की समस्याएं होंगी हल: अर्जुन राम
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alt="" width="600" height="400" /> पूर्व पार्षद अर्जुन राम ने कहा कि नगर निकाय चुनाव न होने की स्थिति में अप्रैल में दो साल हो जाएंगे. जनता आज भी अपनी छोटी-छोटी समस्याओं के लिए हम पूर्व पार्षदों के पास आती है, लेकिन हम चाहकर भी उनके छोटे-छोटे कार्य नहीं करा पाते हैं. लेकिन चुनाव होने से प्रत्येक शहर के 53 वार्डों को अपना-अपना पार्षद मिलेगा, जिससे जनता अपनी गली-मोहल्लों की छोटी समस्याओं का समाधान अपने प्रतिनिधि से करवा सकेगी. चुनाव होने से हम सब खुश हैं.
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